लौंग और सरसों के तेल में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी एजेंट सूजन संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने का काम करता है। ठंड बढ़ते-बढ़ते बुजुर्गों में जोड़ों के दर्द और सूजन की परेशानी भी अधिक बढ़ जाती है। इस परेशानी से निजात पाने के लिए भी आप सरसों के तेल में लौंग को पकाकर इससे मसाज कर सकते हैं।
सरसों के तेल और लौंग का मिश्रण ओरल हेल्थ के लिए भी बेहद अच्छा है। खासकर ऑयल पुलिंग मेथड के लिए ये सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।
ठंड का कहर अपने चरम पर है। चिलचिलाती सर्द हवाओं के चलते लोग घरों से कपड़ों की मोटी लेयर पहनकर निकल रहे हैं। बावजूद इसके घर से बाहर निकलते ही सर्दी का एहसास होने लगता है। वहीं, ये मौसम जहां अधिकतर लोगों के मन को भाता है, तो इस मौसम में बीमारियों का खतरा भी अधिक बढ़ जाता है। खासकर बच्चे और बुजुर्ग सर्दी में अधिक बीमार पड़ने लगते हैं। इन दिनों जुकाम-खांसी, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द समेत कई परेशानियों लोगों को घेर लेती हैं और ऐसे में डॉक्टर के पास आना जाना मानों आम हो जाता है।
वहीं, अगर आप भी पिछले कुछ दिनों से इन समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है। बता दें कि सर्दी के मौसम में कुछ सावधानियां बरतकर आप खुद को कई परेशानियों से दूर रख सकते हैं। साथ ही घरों में मौजूद कुछ खास चीजों का इस्तेमाल भी आपको कई छोटी-बड़ी परेशानियों से निजात दिला सकता है। इन्हीं चीजों में से एक है सरसों का तेल और लौंग। लौंग और सरसों के तेल को सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। वहीं, इन दोनों चीजों का साथ में इस्तेमाल और अधिक फायदेमेंद हो सकता है, खासकर सर्दी में ये मिश्रण आपको कई फायदे पहुंचाता है। आइए जानते हैं कैसे-
सर्दी-खांसी, जुखाम से दिलाता है आराम
अगर आपके घर में बच्चे सर्दी-खांसी से परेशान हैं, तो इसके लिए आधा कटोरी सरसों के तेल को पका लें। अच्छी तरह पक जाने के बाद इसमें 5 से 6 लौंग मिला लें। तेल जब हल्का गुनगुना रह जाए तब इससे बच्चों की छाती, तलवों, सिर और माथे की मालिश करें। आप चाहें तो बुजुर्गों पर भी इस नुस्खों को अपना सकते हैं। हालांकि, ध्यान रहे की ये नुस्खा केवल 2 साल से अधिक उम्र के बच्चे के लिए है। सरसों के तेल और लौंग दोनों की ही तासीर गर्म होती है। ऐसे में ये शरीर को गर्माहट का एहसास दिलाता है जिससे सर्दी-खांसी की परेशानी दूर होती है।
जोड़ों के दर्द और सूजन कम करने में फायदेमंद
ठंड बढ़ते-बढ़ते बुजुर्गों में जोड़ों के दर्द और सूजन की परेशानी भी अधिक बढ़ जाती है। इस परेशानी से निजात पाने के लिए भी आप सरसों के तेल में लौंग को पकाकर इससे मसाज कर सकते हैं। लौंग और सरसों के तेल में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी एजेंट सूजन संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने का काम करता है, साथ ही ये गुण दर्द से भी राहत दिलाते हैं। आप चाहें तो एक साथ तेल को पकाकर रख सकते हैं और दर्द की समस्या बढ़ने पर इस तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपको जल्द आराम मिलेगा।
बालों की मज़बूती के लिए फायदेमंद
अगर आप हेयरफॉल या बालों में डैंड्रफ से परेशान हैं, तो खासकर सरसों के तेल में लौंग मिलाकर इससे बालों की मसाज करें। ये तेल ब्लड सर्कुलेशन ठीक करने में मदद करता है, जो बालों के लिए बेहद फायदेमंद है। साथ ही इस तेल में एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण बालों से डैंड्रफ की परेशानी को दूर रखते हैं।
स्किन को बनाता है कोमल
जैसा की ऊपर जिक्र किया गया है, सरसों के तेल और लौंग का मिश्रण ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने में मदद करता है। वहीं, सही ब्लड सर्कुलेशन स्किन के लिए बेहद फायदेमंद है। साथ ही सर्दी में स्किन ड्राइनेस की परेशानी भी अधिक बढ़ जाती है। ऐसे में आप सरसों के तेल में लौंग को पकाकर इससे हाथ-पैर, पीठ, तलवों, एडियों की मसाज कर सकते हैं। इससे इन हिस्सों पर आपको ड्राइनेस नहीं दिखेगी, बल्कि आपकी स्किन अधिक ग्लोइंग महसूस होगी।
वहीं, अगर आप कील-मुहासों से परेशान हैं तो भी आप इस तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। लौंग और सरसों के तेल में मौजूद एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण इन परेशानियों पर असरदार हैं।
ओरल हेल्थ के लिए भी है अच्छा
इन सब के अलावा सरसों के तेल और लौंग का मिश्रण ओरल हेल्थ के लिए भी बेहद अच्छा है। खासकर ऑयल पुलिंग मेथड के लिए ये सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। बता दें कि तेल के साथ कुल्ला करने को ऑयल पुलिंग कहा जाता है। वहीं, सरसों के तेल और लौंग के मिश्रण से कुल्ला करने पर मुंह के बैक्टीरिया दूर रहते हैं, ऐसे में खासकर जो लोग दातों में दर्द, सड़न और दातों में कीड़े लगने से परेशान रहते हैं, उनके लिए ये बेहद फायदेमंद हो सकता है। इन सब के अवाला ये पाचन को भी बेहतर करने में मदद करता है। ठंड के मौसम में लोग अधिक तला-भुना और मसालेदार खाना खाते हैं, जिससे अक्सर लोगों को पाचन से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
सरसों के तेल में लौंग पकाकर इससे कुल्ला करने से पाचन को दुरुस्त किया जा सकता है। ठंड के मौसम में लोग अधिक तला-भुना और मसालेदार खाना खाते हैं, जिससे अक्सर लोगों को पाचन से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दरअसल, आपकी आंत और लिवर में मुंह के जरिए भी कुछ बैक्टीरिया, वायरस और अन्य टॉक्सिन पहुचते हैं, जो आपके लिए हानिकारक हो सकते हैं, खासकर ये पाचन में बाधा बनते हैं। हालांकि, ऑयल पुलिंग इन हानिकारक बैक्टीरिया और कीटाणुओं के संक्रमण को मुंह के अंदर ही रोकने में मददगार है, जिससे आपका पाचन भी दुरुस्त रहता है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।