भारत में ग्रामीण डिजिटल कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए BharatNet, NBM 2.0, Digital Bharat Nidhi और Starlink जैसी पहलें तेज़ इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क को गाँव-गाँव तक पहुँचा रही हैं। जानें 2025 की ताज़ा अपडेट और योजनाएँ।
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प्रधान पहलें और उपलब्धियां
1. BharatNet के तहत विस्तार और हाई- स्पीड कनेक्टिविटी
- दिसंबर 2024 तक 6.92 लाख किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर बिछाया जा चुका है और 2.14 लाख ग्राम पंचायतों (GPs) को सेवा योग्य बनाया गया है।
- अमेंडेड BharatNet Program (2023 में मंजूर): इस योजना के तहत २.६४ लाख ग्राम पंचायतों तक रिंग टोपोलॉजी में फाइबर कनेक्टिविटी पहुँचाने का लक्ष्य रखा गया है, साथ ही मांग पर नॉन-GP गांवों तक भी सेवाएं प्रदान करने पर जोर है।
2. NBM 2.0 – एक नया दृष्टिकोण (2025–30)
- राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन 2.0, 17 जनवरी 2025 से लागू, विशेष रूप से ग्रामीण और संस्थागत स्तर (स्कूल, PHC, ग्राम पंचायत कार्यालय) पर हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड कवरेज का विस्तार करना चाहती है।
3. Mobile Connectivity में सुधार
- दिसंबर 2024 तक 6,25,853 गांवों में मोबाइल नेटवर्क कवरेज उपलब्ध कराया गया, जिसमें से 6,18,968 गांवों में 4G सुविधा भी जोड़ी गई।Bharatnet
- Particularly, उत्तर-पूर्व में सीमा क्षेत्र के 90% से अधिक गांवों में मोबाइल कनेक्टिविटी मिल चुकी है, जिसमें असम और सिक्किम 100% कवरेज हासिल करने में सफल रहे। केवल अरुणाचल प्रदेश में कुछ क्षेत्रों में अभी भी कमी है। यह Digital Bharat Nidhi (DBN) योजनाओं के तहत ₹1,775.53 करोड़ के निवेश से संभव हुआ।
4. Starlink का भारत में प्रवेश
- एलन मस्क की Starlink को भारत में लाइसेंस मिला है। यह सैटेलाइट-बेस्ड इंटरनेट सेवा विशेष रूप से ग्रामीण और दूरदराज इलाकों में डिजिटल कनेक्टिविटी के लिए फायदेमंद सिद्ध हो सकती है। अनुमानित कीमत लगभग ₹33,000 हार्डवेयर और ₹3,000 मासिक होगी। इसकी संभावित लॉन्च 2025 के अंत या 2026 की शुरुआत में हो सकती है।
5. Common Service Centres (CSCs) और डिजिटलीकरण
- CSC नेटवर्क का विस्तार हो चुका है—83,000 से बढ़कर 5.5 लाख से अधिक केंद्रों पर पहुँच गया है, जो लगभग 90% गांवों को डिजिटल सेवाएं प्रदान करते हैं।
- इसके अलावा, PMGDISHA के माध्यम से 63.9 मिलियन ग्रामीण लोगों को डिजिटल साक्षर बनाया जा चुका है।
6. हाई-स्पीड और लागत में कमी
- मोबाइल डेटा की कीमत में भारी गिरावट आई है, जिससे डिजिटल सेवाओं का उपयोग ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक किफायती हुआ—2014 में ₹308/GB से घटकर 2022 में ₹9.34/GB हो गया।
- ब्रॉडबैंड और मोबाइल नेटवर्क उपलब्धता में आश्चर्यजनक तेजी के साथ डिजिटल समावेशन हुआ है।
निष्कर्ष

भारत में ग्रामीण डिजिटल कनेक्टिविटी एक बहु-आयामी सुधार के जरिये तेज़ी से बेहतर हो रही है:
- BharatNet, NBM 2.0, और Digital Bharat Nidhi जैसी परियोजनाएं आधारभूत ढांचे को मजबूत कर रही हैं।
- Mobile नेटवर्क और CSCs ग्रामीण अर्थव्यवस्था और सेवाओं की पहुँच को बढ़ा रहे हैं।
- Starlink जैसे सैटेलाइट इंटरनेट विकल्प दूरदराज इलाकों को कनेक्ट करने में क्रांतिकारी बदलाव ला सकते हैं।
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