नागपुर में ‘वोकल फॉर लोकल’ के तहत हैंडलूम प्रदर्शनी और मानव श्रृंखला कार्यक्रम से स्थानीय हस्तशिल्प और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिला है। यह अभियान स्वदेशी उत्पादों और शिल्पियों का समर्थन करते हुए राष्ट्रनिर्माण की दिशा में एक प्रेरक कदम है।
नवीनतम अपडेट:
- नागपुर में हैंडलूम मानव‑श्रृंखला और प्रदर्शनी
नागपुर नगर निगम की औद्योगिक शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस (National Handloom Day) पर एक मानव-श्रृंखला और हैंडलूम प्रदर्शनी का आयोजन किया।
यह पहल ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत की गई, जिसमें ‘वोकल फॉर लोकल’ सन्देश को प्राथमिकता मिली। छात्रों, विद्यालय अधिकारियों और नागरिकों ने स्थानीय उत्पादों और आत्मनिर्भर भारत के समर्थन का संदेश साझा किया।
प्रो. विजय केवलरामानी ने इसे “राष्ट्रनिर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम” बताया।
सारांश तालिका
पहलू | विवरण |
---|---|
आयोजन | नागपुर में मानव-श्रृंखला और हैंडलूम प्रदर्शनी |
अवसर | राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस |
उद्देश्य | स्वदेशी उत्पादों और शिल्पियों का समर्थन |
संदेश | आत्मनिर्भर भारत, ‘वोकल फॉर लोकल’ को बढ़ावा |
निष्कर्ष

‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान अब सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि योजनाबद्ध गतिविधियों और कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीण और शहरी भारत में आत्मनिर्भरता की भावना को मजबूत करने का माध्यम बन चुका है। प्रमुख शहरों में हो रहे ऐसे व्यावहारिक आयोजनों से यह स्पष्ट होता है कि यह अभियान रोज़मर्रा के जीवन में गहराई से उतर रहा है।
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