प्रयास जारी—प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना ने मार्च 2025 तक 10.33 करोड़ कनेक्शन प्रदान किए, 75 लाख नए जोड़कर कवरेज बढ़ाया, लेकिन योजना में घटित घोटाले की पुष्टि के बाद ऑडिट का आदेश भी दिया गया। जानिए पूरी जानकारी।
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नवीनतम अपडेट्स
10.33 करोड़ कनेक्शन्स वितरण पूरा (मार्च 2025 तक)
- मई 2016 से अब तक 10.33 करोड़ परिवारों को उज्ज्वला कनेक्शन मिल चुका है।
- इससे भारत में कुल 32.94 करोड़ घरेलू LPG उपभोक्ता हुए हैं।
75 लाख नए कनेक्शन्स—Ujjwala 2.0 का विस्तार
- वित्त वर्ष 2023–24 से 2025–26 तक अतिरिक्त 75 लाख कनेक्शन्स प्रदान किए गए, जो जुलाई 2024 तक पूरा हुआ।
LPG सिलिंडर पर सस्ती सब्सिडी जारी
- केंद्र सरकार ने “रिफिल सब्सिडी” को ₹300 प्रति सिलिंडर तक बढ़ाया है (पहले ₹200)।
- यह सब्सिडी प्रति परिवार साल में 12 सिलिंडर तक उपलब्ध है।
संतुष्ट उपयोगकर्ता: 9 करोड़ नियमित उपभोक्ता
- सरकारी आंकड़ों के अनुसार, उज्ज्वला योजना से जुड़े 9 करोड़ उपयोगकर्ता नियमित रूप से इसका उपयोग कर रहे हैं, यह कवरेज में वृद्धि का सूचक है।
घोटाला उजागर: कनेक्शन से पति का नाम हटाना
- मध्य प्रदेश में लगभग 2 लाख महिलाओं ने अपने उज्ज्वला कनेक्शनों से पति का नाम हटवा दिया। इस मामले की जांच के लिए ऑडिट प्रक्रिया शुरू की गई है, और ट्रांसफर पर रोक लागू की गई है।
सारांश तालिका
पहलु | नवीनतम जानकारी |
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कुल कनेक्शन्स (2025 तक) | 10.33 करोड़ परिवारों को उज्ज्वला कनेक्शन |
Ujjwala 2.0 में नए कनेक्शन्स | अतिरिक्त 75 लाख (FY 2023–26) |
सब्सिडी दर | ₹300 प्रति सिलिंडर (साल में 12 सिलिंडर तक) |
नियमित उपभोक्ता | लगभग 9 करोड़ उपयोगकर्ता |
घोटाले व जांच | MP में 2 लाख मामलों पर ऑडिट शुरू |
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना ने भारत में स्वच्छ ऊर्जा तक व्यापक पहुंच सुनिश्चित की है, परन्तु इससे जुड़े कुछ मामलों में पारदर्शिता बनाए रखना अब भी चुनौती बना हुआ है।
नियमित सब्सिडी, विस्तारित कवरेज और शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई इस योजना की सफलता की कुंजी बने रहेंगे।
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