अमेरिका ने भारत पर रूसी तेल आयात के मामले में कुल आयात शुल्क 50% कर दी है। भारत ने कार्रवाई को अनुचित बताया—जानिए पूरा विश्लेषण और प्रभाव।
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🗓️ 7 अगस्त 2025 — नवीनतम व्यापार नीतिगत झटका
⚠️ अतिरिक्त २५% टैरिफ भारत पर — कुल दर अब ५०%
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत की रूस से तेल आयात नीति के प्रति प्रतिक्रिया स्वरूप भारतीय सामान पर अतिरिक्त २५% आयात शुल्क लागू किया, जिससे कुल शुल्क सीमा ५०% पर पहुँच गई है।
- यह आदेश 21 दिनों बाद (27 अगस्त 2025 से) प्रभावी होगा।
🧾 राष्ट्रपति के बयान और निर्णय का औचित्य
- ट्रंप ने कहा कि भारत सीधा या परोक्ष रूप से रूसी तेल आयात कर अपनी ऊर्जा आवश्यकताएँ पूरी कर रहा है, जिससे यूक्रेन युद्ध में रूस की अर्थव्यवस्था को सहयोग मिल रहा है।
- यह आदेश अंतर्राष्ट्रीय आपातकालीन आर्थिक शक्तियाँ अधिनियम, Trade Act 1974, और National Emergencies Act के अंतर्गत जारी किया गया।
🇮🇳 भारत का रुख: प्रतिक्रिया और रणनीति
- भारत की MEA ने इस टैरिफ को “अन्यायपूर्ण, असंगत और अनुचित” बताया और स्पष्ट किया कि भारत का तेल आयात देश की ऊर्जा सुरक्षा के लिए आवश्यक था।
- भारत ने कहा कि कई अन्य देशों द्वारा भी रूस से तेल आयात किया जा रहा है, लेकिन केवल भारत को ही निशाना बनाया जा रहा है।
📉 संभावित प्रभाव
- भारत का निर्यात लगभग 50% प्रभावित हो सकता है, खासकर टेक्सटाइल, ज्वेलरी, फुटवियर, और कृषि आधारित वस्तुओं में।
- FIEO ने इस टैरिफ को “बेइंतेहा निराशाजनक” बताया है।
- रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने अपनी ब्याज दर को 5.5% पर स्थिर रखा, यह संकेत देते हुए कि नए टैक्स प्रभाव से मुद्रास्फीति पर फिलहाल बड़ा प्रभाव नहीं हुआ है—लेकिन भारत की जीडीपी वृद्धि अनुमान को 6.5% पर रखा गया है।
🔍 दोनों देशों की राजनीति और व्यापार पॉलिसी में बिगड़ते रिश्ते
- Trump ने भारत को ‘Dead Economy’ कहकर BRICS को भी आलोचना की है।
- Trade Review Act 2025 जैसे विधेयक अमेरिकी कांग्रेस में चर्चा में हैं, जिनमें राष्ट्रपति द्वारा tariffs लगाए जाने की अनुमति सीमित करने की मांग की गई है।
- कोर्ट केस V.O.S. Selections, Inc. v. United States में अदालत ने बताया कि IEEPA के तहत राष्ट्रपति को ऐसे व्यापक tariffs लगाने का अधिकार सीमित होना चाहिए।
📋 सारांश तालिका
विषय | स्थिति / विवरण |
---|---|
अतिरिक्त टैरिफ | +25% (रू से तेल आयात हेतु), कुल 50% टैरिफ |
लागू होने की तिथि | 27 अगस्त 2025 |
औचित्य | रूस को आर्थिक समर्थनता रोकना; ऊर्जा आयात नीति |
भारत की प्रतिक्रिया | “अनुचित, असंगत”; भारत की ऊर्जा सुरक्षा प्राथमिकता |
प्रभावित क्षेत्रों की संभावना | Textiles, Footwear, Gems & Jewelry, pharmaceuticals |
RBI निर्णय | ब्याज दर 5.5%, GDP अनुमान 6.5% |
व्यापार तनाव | US‑India Trade Relations תחת pressure; BRICS दृष्टिकोण प्रभावित |
नीति सुधार | Trade Review Act, कोर्ट केस V.O.S. Selections |
🎯 निष्कर्ष
ट्रंप की यह नीतिगत कार्रवाई दर्शाती है कि अमेरिका अब भारत को रूस के साथ ऊर्जा व्यापार के लिए दंडित कर रहा है, जो अमेरिकी व्यापार संबंधों में सबसे कठोर कदमों में से एक है।
यह निर्णय भारत–अमेरिका द्विपक्षीय संबंध, भारत की व्यापार नीति, और भारत की रणनीतिक स्वतन्त्रता (strategic autonomy) पर गहरी छाप छोड़ सकता है।
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