स्वच्छ भारत मिशन 2025 के तहत 3.64 लाख गांव ODF Plus घोषित, असम में स्वच्छ सेवा ऐप लॉन्च, भोपाल टीम ने लखनऊ मॉडल से सीखा। जानें SBM के Phase II की नई रणनीतियाँ, तकनीकी नवाचार और सामाजिक पहल।
Contents
स्वच्छ भारत मिशन — नवीनतम अपडेट (अगस्त 2025 तक):
1. रूरल SBM — आगे की दिशा व अभियान (Phase II)
- SBM-Grameen अपने दूसरे चरण (2020–25) की ओर आगे बढ़ रहा है, जिसमें केवल शौचालय निर्माण नहीं, बल्कि ODF Plus दर्जा प्राप्त गांवों में सॉलिड और लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट सुविधाएं सुनिश्चित करने पर ज़ोर दिया गया है। अब तक 3.64 लाख गांवों ने ODF Plus का दर्जा हासिल कर लिया है।
- नई रणनीतियाँ जैसे सैंआईटेशन वर्कर्स की सुरक्षा के SOP और जैविक विपरित परिस्थितियों के अनुरूप डिज़ाइन गाइडलाइन्स जारी की गई हैं ताकि सेवाएं समावेशी और जलवायु-सहिष्णु बन सकें।
2. स्वच्छता अभियान का व्यापक प्रभाव
- अर्थव्यवस्था सर्वे में उल्लेख है कि स्वच्छ भारत मिशन ने भारत के सैनिटेशन परिदृश्य को मौलिक रूप से बदल दिया है — बचपन और जल संचयन सेवाओं में सुधार हुआ है, और समुदाय आधारित वेस्ट मैनेजमेंट तरीकों को फोकस किया गया है।
- डेटा के मुताबिक़ ग्रामीण क्षेत्रों में हजारों गांवों ने ODF से ODF Plus तक की यात्रा पूरी कर ली है, जिससे साफ-सफाई और सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार हुआ है।
3. नवीन पहल और तकनीकी सुधार
- असम में SBM–Urban ने एक नया मोबाइल ऐप (Swachh Sewa Assam) लॉन्च किया है, जो नागरिकों को गृहस्थ कचरा उठान की स्थिति रीयल-टाइम ट्रैक करने और शिकायत दर्ज कराने की सुविधा देता है।
- ऐप में QR कोड-आधारित Door-to-Door कचरा वितरण प्रणाली और एक मेस्कोट ‘Bheku’ भी शामिल है।
4. स्थानीय सरोकार और सामाजिक सहभागिता
- असम के तिनसुकिया में ‘Zero Waste, Zero Hunger’ पहल शुरू की गई है, जिसके अंतर्गत रेस्तरां आदि से शुद्ध अधिशेष भोजन एकत्रित कर ज़रूरतमंदों को वितरित किया जा रहा है—यह पहल पर्यावरण और समाज दोनों के लिए प्रेरक मॉडल है।
- मणिपुर के MLC ने ग्रामीण इलाकों में Material Recovery Facility (MRF) का निरीक्षण किया और अवैध कचरा व्यवस्थापन से जुड़ी तकनीकी व प्रबंधन चुनौतियों को समाधान के लिए प्राथमिकता दी।
- भोपाल की नगर निगम टीम ने लखनऊ के स्वच्छता मॉडल का अध्ययन किया—यह शहर स्वच्छ सर्वेक्षण 2024–25 में तीसरे स्थान पर रहा। भोपाल अब इसी तकनीकी और जन सहभागी मॉडल को अपनाना चाहती है।
सारांश तालिका
पहल / क्षेत्र | विवरण |
---|---|
SBM-Grameen Phase II | 3.64 लाख ODF+ गांव, क्लाइमेट रिसिलिएंट डिज़ाइन, SOPs |
तकनीकी नवाचार | Swachh Sewa Assam ऐप, QR‑based कचरा ट्रैकिंग, मेस्कोट |
सामाजिक पहल | Zero Waste Zero Hunger (असम से), MRF निरीक्षण, मॉडल अध्ययन (भोपाल → लखनऊ) |
निष्कर्ष
स्वच्छ भारत मिशन अब केवल अवसंरचना निर्माण नहीं बल्कि सततता, नवोन्मेष और जन सहभागिता की दिशा में अग्रसर है—चाहे वह ग्रामीण विकास हो या शहरी योजनाएं, डिजिटल मॉनिटरिंग, या सामाजिक जागरूकता।
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