भारत सरकार द्वारा जून 2015 में शुरू किया गया स्मार्ट सिटी मिशन एक प्रमुख शहरी विकास कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य नागरिकों को अधिक सुविधाजनक, टिकाऊ और टेक्नोलॉजी-आधारित शहरी जीवन प्रदान करना है। इस मिशन के तहत भारत के 100 शहरों को स्मार्ट सिटी में बदलने का लक्ष्य रखा गया है।
Contents
🌐 स्मार्ट सिटी मिशन के प्रमुख उद्देश्य:
- नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार
- स्मार्ट टेक्नोलॉजी के उपयोग से शहरों को आधुनिक बनाना
- सार्वजनिक परिवहन, ट्रैफिक व्यवस्था, कचरा प्रबंधन, जल आपूर्ति जैसे क्षेत्रों में सुधार
- सतत एवं पर्यावरण-अनुकूल शहरी विकास
- नागरिक भागीदारी के माध्यम से विकास की गति को तेज करना
🏗️ अब तक की प्रगति (2025 तक):
- कुल 100 स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में 90% से अधिक परियोजनाएं कार्यान्वयन की अवस्था में हैं।
- प्रमुख शहर जैसे इंदौर, भोपाल, सूरत, पुणे, और भुवनेश्वर ने तकनीकी विकास में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं।
- रियल-टाइम ट्रैफिक मॉनिटरिंग, CCTV निगरानी, डिजिटल हेल्थ सेंटर, स्मार्ट स्ट्रीट लाइटिंग जैसी सुविधाएं तेजी से लागू की जा रही हैं।
🔍 नवीनतम अपडेट (2025):
- सरकार ने स्मार्ट सिटी मिशन के दूसरे चरण की तैयारी शुरू कर दी है। इसमें मिड-साइज़ शहरों को भी शामिल करने की योजना है।
- 2025-26 के बजट में स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के लिए ₹10,000 करोड़ का अतिरिक्त आवंटन किया गया है।
- ग्रीन बिल्डिंग, EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और क्लाइमेट-रेजिलिएंट इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ज़ोर दिया जा रहा है।
📲 स्मार्ट सिटी मिशन की वेबसाइट:
✅ निष्कर्ष:
स्मार्ट सिटी मिशन न केवल शहरी बुनियादी ढांचे को आधुनिक बना रहा है बल्कि भारत के भविष्य के लिए एक स्थायी और प्रगतिशील रास्ता तैयार कर रहा है।
Also Read;
ESIC स्वास्थ्य योजना 2025: नए लाभ, SPREE योजना और आयुष्मान भारत से जुड़ाव