राजीव गांधी किशोरी सशक्तिकरण योजना (सबल योजना) का उद्देश्य 11 से 18 वर्ष की किशोरियों को पोषण, शिक्षा और कौशल विकास में सहायता प्रदान करना है। जानें योजना की पूरी जानकारी।
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📌 क्या है सबल योजना?
सबल योजना, जिसे आधिकारिक रूप से राजीव गांधी किशोरी सशक्तिकरण योजना कहा जाता है, भारत सरकार द्वारा 2011 में शुरू की गई थी। यह योजना 11-18 वर्ष की किशोरियों को स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा और जीवन कौशल में सहायता देने के लिए चलाई जाती है। योजना का संचालन महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा किया जाता है।
🎯 उद्देश्य (Objectives):
- किशोरियों को सही पोषण और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना
- शिक्षा और कौशल विकास को बढ़ावा देना
- सामाजिक जागरूकता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना
- बाल विवाह और कुपोषण को रोकना
✅ मुख्य लाभ (Key Benefits):
- स्वास्थ्य और पोषण सपोर्ट (Iron, Folic Acid आदि की सप्लाई)
- जीवन कौशल, व्यावसायिक प्रशिक्षण, और करियर काउंसलिंग
- शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सहायता
- मासिक स्वास्थ्य जांच
- किशोरियों को स्वच्छता संबंधी जानकारी और संसाधन
👧 पात्रता (Eligibility):
- भारत की 11 से 18 वर्ष की किशोरियाँ
- स्कूल जाने वाली और न जाने वाली दोनों को शामिल किया गया है
- बालिका की आयु और आर्थिक स्थिति के आधार पर प्राथमिकता
🛠 योजना के प्रमुख घटक:
- न्यूट्रिशन सपोर्ट: प्रति किशोरी प्रति दिन कैलोरी और प्रोटीन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए भोजन।
- नॉन न्यूट्रिशनल सपोर्ट:
- शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण
- स्वास्थ्य, स्वच्छता और हाइजीन
- डिजिटल साक्षरता
- महिला अधिकार और सुरक्षा पर जागरूकता
📅 2025 में लेटेस्ट अपडेट:
- 2025 में योजना को राष्ट्रीय पोषण अभियान के साथ जोड़ा गया है।
- डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से किशोरियों के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण उपलब्ध कराया गया है।
- सरकार ने योजना के लिए 20% अतिरिक्त बजट आवंटित किया है।
📂 आवेदन प्रक्रिया (How to Apply):
- नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र या ब्लॉक कार्यालय में संपर्क करें
- आवेदन फॉर्म भरें
- आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें (आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, आयु प्रमाण पत्र)
- किशोरी का नाम पोषण ट्रैकर या महिला पोर्टल में दर्ज किया जाएगा
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