रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन वर्ष 2025 के अंत तक भारत दौरे पर आ सकते हैं। जानिए इस यात्रा की संभावित तारीख, भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी पर इसका असर और किन क्षेत्रों में होंगे अहम समझौते।
Contents
रूस–भारत: पुतिन की आगामी भारत यात्रा – मुख्य बिंदु
यात्रा की पुष्टि और समय सारिणी
- राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल ने मास्को में बताया कि पुतिन की भारत यात्रा इस वर्ष अंत तक तय की जा रही है—हालाँकि तारीखों का अंतिम निर्धारण अभी शेष है।
- कुछ रिपोर्ट्स में अगस्त अंत का ज़िक्र था, लेकिन बाद में इसे स्पष्ट किया गया कि यह जानकारी गलत थी। वास्तविक समय सीमा इस वर्ष के अंत तक ही मान्य रहेगी।
रणनीतिक साझेदारी और वैश्विक पृष्ठभूमि
- इस यात्रा का महत्व उस समय और बढ़ गया है जब अमेरिका और भारत के बीच तेल (Russian oil) खरीद को लेकर तनाव बढ़ रहा है—ट्रम्प प्रशासन ने भारत पर अतिरिक्त शुल्क लगाने की धमकी भी दी है।
- रूस और भारत ने इस सबके बीच अपनी “रणनीतिक साझेदारी” को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई और कहा कि वह एक “नए, अधिक न्यायपूर्ण और टिकाऊ विश्व व्यवस्था” के निर्माण के लिए सहयोग करेंगे।
इससे क्या अर्थ निकलता है?
- यह पुतिन की भारत की पहली यात्रा होगी जो रूस–यूक्रेन युद्ध की शुरुआत (2022) के बाद हो रही है।
- यात्रा के दौरान रक्षा, ऊर्जा, व्यापार, तकनीक जैसे क्षेत्रों में प्रमुख द्विपक्षीय समझौतों और सहयोगों की संभावनाएं हैं।
संक्षेप तालिका
विषय | विवरण |
---|---|
यात्रा की पुष्टि | अजीत डोवाल द्वारा की गई, वर्ष 2025 के अंत तक संभव |
संभावित समय | संभवतः सितंबर–दिसंबर 2025 |
यात्रा के प्रमुख उद्देश्य | रक्षा, ऊर्जा, व्यापार और रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देना |
रणनीतिक पृष्ठभूमि | अमेरिकी-भारतीय व्यापार तनाव और वैश्विक स्थिति |
इस यात्रा से नई रणनीतिक पहल और समझौते संभव हैं, जो भारत–रूस संबंधों को और मजबूती प्रदान कर सकते हैं।
Also Read;