आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव श्री आई. वाई. आर. कृष्णा राव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन लाइफ (Lifestyle for Environment) को सफल बनाने के लिए राज्य के युवाओं और छात्रों से सक्रिय भागीदारी की अपील की है। यह आह्वान एक कार्यक्रम में किया गया, जो दक्षिणी राज्यों में पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा दक्षता गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
🌍 मिशन लाइफ का उद्देश्य

मिशन लाइफ का उद्देश्य “उपयोग और त्याग” (Use and Throw) की प्रवृत्ति को छोड़कर, जिम्मेदार उपभोग और पुनर्चक्रण (Circular Economy) को बढ़ावा देना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर 2021 में COP26 सम्मेलन में इस पहल की शुरुआत की थी। इसका लक्ष्य 2028 तक भारत के 80% गांवों और शहरी क्षेत्रों को पर्यावरण के अनुकूल बनाना है और वैश्विक स्तर पर एक अरब लोगों को इस अभियान से जोड़ना है।
⚡ ऊर्जा दक्षता के क्षेत्र में बीईई की भूमिका
बीureau of Energy Efficiency (BEE) की पहलें भारत की जलवायु परिवर्तन शमन प्रयासों में 40% से अधिक योगदान देती हैं। इन पहलों के परिणामस्वरूप, भारत में प्रतिवर्ष 306.40 मिलियन टन CO₂ उत्सर्जन में कमी आई है, साथ ही तेल और बिजली की बचत भी हुई है। इन कार्यक्रमों की सफलता के कारण, कई देशों ने इन्हें अपनाया है।
🏙️ विशाखापत्तनम: एक आदर्श स्थायी शहर
बीईई के मीडिया सलाहकार श्री ए. चंद्रशेखर रेड्डी ने मिशन लाइफ की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि विशाखापत्तनम को एक आदर्श स्थायी शहर के रूप में विकसित किया जा सकता है। इसके लिए बीईई और राज्य एजेंसियों जैसे APSECM के सहयोग से अभियान को और तेज किया जाएगा।
📍 आंध्र प्रदेश के प्रमुख शहरों में मिशन लाइफ का विस्तार

मिशन लाइफ के तहत, आंध्र प्रदेश के प्रमुख शहरों जैसे तिरुपति, विजयवाड़ा, काकीनाडा, और राजमुंद्री में इस अभियान को और बढ़ाया जाएगा। इससे राज्य में पर्यावरणीय जागरूकता और स्थायी विकास को बढ़ावा मिलेगा।
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