PLI 2.0 स्कीम 2025 के तहत EV, Pharma और Robotics सेक्टर को बड़ा फायदा मिलेगा। सरकार की Production Linked Incentive योजना से मैन्युफैक्चरिंग, रोजगार और निवेश को नई रफ्तार मिल रही है। जानें लेटेस्ट अपडेट और प्रमुख लाभ।
PLI (Production Linked Incentive) स्कीम भारत की “Make in India” पहल का एक अहम स्तंभ है, जो इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर ऑटोमोबाइल तक विभिन्न उत्पादन क्षेत्रों को बढ़ावा देता है। 2025 में इस स्कीम के अगले चरण—PLI 2.0—की तैयारी चल रही है, विशेष रूप से EV, Pharma और Robotics सेक्टरों को लक्षित करते हुए।
PLI स्कीम – FY 2024–25 की स्थिति
- फोकस सेक्टर:
2024–25 में PLI के तहत मिली कुल सब्सिडीज़ का करीब 70% हिस्सा इलेक्ट्रॉनिक्स और फार्मा सेक्टरों को दिया गया। - निवेश और उत्पादन विस्तार:
PLI स्कीम (14 सेक्टर) के अंतर्गत अब तक ₹1.76 ट्रिलियन (US$ 20.3B) से अधिक का निवेश हुआ और ₹16.5 ट्रिलियन उत्पादन व बिक्री उत्पन्न हुई। 806 से अधिक प्रोजेक्ट्स मंजूर किए जा चुके हैं। - मोटर वाहन क्षेत्र:
Tata Motors समेत कई ऑटो कंपनियों ने PLI के जरिये ₹2,000 करोड़ से अधिक के क़्लेम दायर किए।
2025–26 के बजट में Auto PLI को अतिरिक्त ₹2,818 करोड़ का बूस्ट मिला।
Mahindra और Tata Motors को ₹246 करोड़ की PLI क्लेम मंजूर हुई, जिससे 16.15 लाख EVs को सब्सिडी मिली।
PLI 2.0 – EV, Pharma, Robotics पर व्यापक प्रभाव
1. EV सेक्टर के लिए विशेष अनुरोध और तैयारी
- FICCI ने सरकार से PLI 2.0 फेज शुरू करने की मांग की है ताकि स्टार्टअप्स और छोटे EV निर्माता भी शामिल हो सकें, जिससे उत्पादन और प्रतिस्पर्धा बढ़े।
2. फार्मा और मेडिकल डिवाइस सेक्टर में विस्तार
- PLI स्कीम से अब तक 50 ग्रीनफ़ील्ड फ़ार्मा व मेडिकल डिवाइस plants स्थापित हो चुके हैं, और अगले 2 वर्षों में और 50 के निर्माण की योजना है। इससे घरेलू उत्पादन और निर्यात दोनों में तेजी आएगी। IBEF
- API (Active Pharmaceutical Ingredients) निर्माण में आत्मनिर्भरता बढ़ी है — जैसे Penicillin G, Clavulanic Acid, Telmisartan आदि अब भारत में ही उत्पादित हो रहे हैं।
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3. इलेक्ट्रॉनिक्स और रोबोटिक्स सेक्टर पर फोकस

- इलेक्ट्रॉनिक्स (मोबाइल, कंपोनेंट्स, PCBs) और फार्मा में PLI का 70% हिस्सा जाता है। प्लान में Robotics को भी शामिल करने की संभावना है, जिससे ऑटोमेशन आधारित निर्माण को बढ़ावा मिलेगा।
- बजट 2025–26 में EV बैटरी निर्माण और इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स पर भारी छूट और निवेश फोकस की घोषणा हुई है।
सारांश तालिका
| सेक्टर | प्रमुख अपडेट / लाभ |
|---|---|
| इलेक्ट्रॉनिक्स | PLI की 70% सब्सिडी, निवेश व उत्पादन वृद्धि, मोबाइल निर्यात में उत्साहवर्धक वृद्धि |
| फार्मा | 100+ Greenfield plants, API आत्मनिर्भरता, निर्यात में वृद्धि |
| EV (मोटर वाहन) | Tata/Mahindra PLI क़्लेम्स ₹2,000 करोड़+, बजट में बढ़ोतरी, EVs को व्यापक प्रोत्साहन |
| Robotics | PLI 2.0 में रोबोटिक्स शामिल होने की संभावना – ऑटोमेशन व नवाचार हेतु अवसर |
| नीति एवं बजट | PLI 2.0 पर FICCI की मांग, EV बैटरी और इलेक्ट्रॉनिक्स पर नए वित्तीय समर्थन |
निष्कर्ष
PLI 2.0 2025 EV, Pharma और रोबोटिक्स जैसे अहम क्षेत्रों को आगे बढ़ाने का बड़ा अवसर है। इससे घरेलू निर्माण, निर्यात और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा। विशेषकर EV में छोटे खिलाड़ियों को शामिल कर ये स्कीम भारत को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे ला सकती है।
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