ODOP योजना भारत के हर जिले के विशिष्ट उत्पाद को बढ़ावा देने की एक पहल है, जिसका उद्देश्य रोजगार सृजन, निर्यात में वृद्धि और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करना है। जानें इस योजना की ताज़ा अपडेट और लाभ।
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📰 एक जिला एक उत्पाद योजना – नवीनतम जानकारी (2025)
ODOP (One District One Product) योजना भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है, जो हर जिले के प्रमुख पारंपरिक उत्पाद को वैश्विक बाज़ार में पहचान दिलाने के लिए शुरू की गई थी। 2025 तक, यह योजना 750+ उत्पादों और 761 जिलों को कवर कर चुकी है।
🔷 ODOP योजना के प्रमुख अपडेट (2025):
- ✅ ODOP और GI टैग का एकीकरण:
केंद्र सरकार ने ODOP उत्पादों को Geographical Indication (GI) टैग के साथ जोड़ने की प्रक्रिया तेज कर दी है ताकि इन्हें अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में बेहतर प्रमोशन मिल सके। - ✅ ODOP एक्सपो और ट्रेड फेयर:
दिल्ली, वाराणसी, और हैदराबाद में 2025 की पहली छमाही में ODOP एक्सपो आयोजित किए गए जहाँ “मेड इन इंडिया” उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय खरीदारों ने सराहा। - ✅ E-commerce साझेदारी:
Amazon, Flipkart, ONDC और GeM प्लेटफॉर्म पर ODOP उत्पादों की लिस्टिंग से MSME और शिल्पकारों को डिजिटल मार्केटिंग में मदद मिल रही है। - ✅ जिला स्तर पर क्लस्टर डिवेलपमेंट:
पीएमईजीपी, स्किल इंडिया और MSME मंत्रालय के तहत ODOP आधारित क्लस्टर और प्रशिक्षण केंद्रों का निर्माण तेज गति से चल रहा है।
📦 ODOP योजना के उद्देश्य:
- स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बाज़ार से जोड़ना
- ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रोजगार सृजन
- युवाओं को स्थानीय व्यवसाय में प्रेरित करना
- निर्यात को बढ़ावा देना और आय बढ़ाना
- आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को साकार करना
🧵 उदाहरण:

- वाराणसी: बनारसी साड़ी
- आगरा: चमड़े के उत्पाद
- कुरुक्षेत्र: बासमती चावल
- मुजफ्फरपुर: लीची
- बस्तर (छत्तीसगढ़): बेल मेटल कला
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