ONDC vs Amazon/Flipkart 2025: जानें भारत में ई-कॉमर्स क्रांति के नए बदलाव, सरकारी योजनाएँ, चुनौतियाँ और भविष्य की संभावनाएँ।
भारत में ई-कॉमर्स का परिदृश्य अब बदल रहा है। जहाँ Amazon और Flipkart पहले से ही बाज़ार में हावी हैं, वहीं सरकार समर्थित ONDC (Open Network for Digital Commerce) एक विकेन्द्रीकृत और समावेशी मॉडल के माध्यम से इस खेल को नया आकार दे रहा है।
ONDC के प्रमुख बदलाव और महत्व
1. फूड डिलीवरी में सब्सिडी की वापसी
ONDC ने फूड एक्सचेंज सेक्टर में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के उद्देश्य से ₹100–150 करोड़ के सब्सिडी पूल की योजना शुरू की है
2. लॉजिस्टिक्स साझेदारी — Allcargo Gati
Allcargo Gati ने ONDC नेटवर्क से जुड़कर व्यापक वितरण सेवाएं प्रदान करना शुरू किया है, जिससे डिजिटल कॉमर्स में स्थानीय साझेदारों को बढ़ावा मिलेगा
3. व्यापक वृद्धि, लेकिन चुनौतियाँ भी
ONDC ने FY24 के Q4 में 436% तक लेनदेन वृद्धि दर्ज की, अभी भी ये संख्या Amazon/Flipkart से काफी पीछे है प्रमुख चुनौतियाँ – कमजोर UX, घटते प्रोत्साहन, और उपयोगकर्ता अनुभव में गिरावट—सामने आ रही हैं
4. Amazon/Flipkart में शामिल होने की संभावनाएँ
सरकार ने Amazon और Flipkart को ONDC का हिस्सा बनने, होमपेज पर ONDC स्टोरफ्रंट दिखाने की पेशकश की है। पर वे तब तक शामिल होंगे जब तक यह “बिज़नेस सेंसे” बन पाएगा
5. तकनीकी भागीदारी में एक्सपेंशन
Meta, Microsoft, Razorpay जैसी कंपनियाँ ONDC में साझेदारी कर रही हैं—Meta डिजिटल स्किल्स बढ़ा रही है, Microsoft सोशल शॉपिंग ऐप ला रहा है, और Razorpay भुगतान प्रणाली में सुधार ला रहा है
6. सफलता के आँकड़े और सीमाएँ
ONDC ने जनवरी 2023 से जून 2025 तक 20 करोड़+ आदेश दर्ज किए, लेकिन नवंबर 2024 से आदेशों में गिरावट देखी जा रही है, खासकर रिटेल के क्षेत्र में Swarajya।
7. स्थानीय और सामुदायिक मॉडल से प्रेरणा
eSamudaay जैसे स्थानीय डिजिटल मार्केटप्लेस ONDC की ओर से प्रोत्साहित हैं, जो स्थानीय डेटा स्वामित्व और समुदाय-आधारित इंटरऑपरेबिलिटी का मॉडल अपनाते हैं
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तुलना सारांश
| पहलू | ONDC (सरवाईव्वल्प नेटवर्क) | Amazon/Flipkart (पारंपरिक मार्केटप्लेस) |
|---|---|---|
| मॉडल संरचना | विकेंद्रीकृत, ओपन इंटरऑपरेबल नेटवर्क | केंद्रीकृत, प्लेटफ़ॉर्म आधारित |
| कमीशन/इंवेंटिव्स | न्यून या सीमित, समय-सापेक्ष सब्सिडी | उच्च कमीशन, भारी डिस्काउंट सुविधा |
| उपभोक्ता अनुभव | UI और सेवा धीमी, विवाद समाधान लचर | सुविधाजनक, तेज़ लॉजिक और यूजर सपोर्ट |
| लॉजिस्टिक्स | नवाचार आवश्यक, भागीदारों की निर्भरता अधिक | सशक्त, होमपेज फ़ीचर्ड वितरण नेटवर्क |
| समावेशन | MSMEs को डिजिटल पहुंच | बड़े ब्रांडों और विक्रेताओं का प्रभुत्व |
निष्कर्ष
ONDC भारत की ई-कॉमर्स इकोसिस्टम में समावेशी और सार्वजनिक डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर के रूप में उभर रहा है। हालांकि पारंपरिक मार्केटप्लेस—Amazon और Flipkart—तकनीकी और संगठनात्मक मोर्चे पर मजबूत बने रहेंगे, फिर भी ONDC ने नियमित मॉडल को चुनौती देते हुए एक वैकल्पिक, खुला और स्थानीय-समर्थित मॉडल प्रस्तुत किया है।
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