1. नीरज चोपड़ा क्लासिक 2025 में गोल्ड मेडल
5 जुलाई 2025 को बेंगलुरु के श्री कांतीरेव स्टेडियम में आयोजित Neeraj Chopra Classic में नीराज़ ने 86.18 मीटर की शानदार थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता
यह पहला ऐसा आयोजन था, जिसका नाम भारत में आयोजित किसी अंतरराष्ट्रीय फील्ड एथलेटिक्स प्रतियोगिता में क्रिएटर खुद था, और इसे World Athletics Gold श्रेणी दी गई। नीराज़ का प्रदर्शन पहले दौर में फाउल रहने के बाद हुआ — जो शानदार वापसी थी!
2. मकसद: भारतीय एथलेटिक्स को नई ऊँचाई
नीराज़ ने इस इवेंट की मेजबानी कर यह स्पष्ट संदेश दिया कि वे 5–6 विश्व‑स्तरीय फील्ड कंपटीशन्स भारत में आयोजित करना चाहते हैं । इससे घरेलू एथलीटों को अंतरराष्ट्रीय मान का अनुभव मिलेगा।
3. डोहा डायमंड लीग में 90 मीटर पार!
मई 2025 में डोहा डायमंड लीग में नीराज़ ने इतिहास रचा — 90.23 मीटर का थ्रो कर वे केवल 25वें एथलीट बने जिन्होंने यह दूरी पार की। हालांकि वे दूसरे स्थान पर रहे, लेकिन यह प्रदर्शन उनके करियर के अग्रणी पल में शुमार होगा।
4. दुनिया में नंबर‑1 रैंक
जून 2025 में वर्ल्ड एथलेटिक्स रैंकिंग में नीराज़ ने 1,445 अंक लेकर फिर से नंबर‑1 की स्थिति हासिल की है। यह उनकी निरंतर श्रेष्ठता और प्रदर्शन की पुष्टि करता है।
✅ नीरज के हालिया मुख्य उपलब्धियाँ:
- NC Classic 2025 स्वर्ण (86.18 मि.) – भारत में पहला ग्लोबल‑स्तरीय ज्वेलिन इवेंट
- डोहा डायमंड लीग में इतिहासिक 90.23 मि. थ्रो
- वर्ल्ड रैंकिंग में पुनः शीर्ष स्थान (1,445 अंक)
🌟 भविष्य की संभावनाएँ और राह
- गोल्ड क्लासिक की ब्रांडिंग: आने वाले वर्षों में नीराज़ इस इवेंट को अंतरराष्ट्रीय ख्याति दिलाने का प्रयास करेंगे, जिससे भारत फील्ड एथलेटिक्स में एक नया हब बन सके।
- थ्रो में 90+ मीटर की निरंतरता: डोहा में अपार सफलता के बाद, उच्च-स्तरीय प्रतियोगिताओं में यह दूरी दोबारा पार करना उनका अगला लक्ष्य होगा।
- वर्ल्ड चैंपियनशिप और ओलंपिक तैयारी: भविष्य के जीते हुए मेडल (World Championships, Olympics) उनकी गज़ब की मजबूत फॉर्म को दिखाएंगे।
📝 निष्कर्ष
नीरज चोपड़ा ने केवल व्यक्तिगत सफलता नहीं पाई, बल्कि भारत में एथलेटिक्स के लिए अविश्वसनीय ढंग से प्रेरणा जगाई है। उनका प्रदर्शन, आयोजन और रैंकिंग हमें बताती है कि वे न सिर्फ एक खिलाड़ी बल्कि नेता और प्रेरणा स्रोत के रूप में भी सामने आ रहे हैं।
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