A new trap of cyber fraud through APK file : ठग अब मोबाइल में APK फाइल इंस्टॉल कराकर लोगों के बैंक अकाउंट तक पहुंच बना रहे हैं. अनजान लिंक या ऐप डाउनलोड करना खतरनाक हो सकता है. APK फाइल से साइबर ठगी का नया जाल.
A new trap of cyber fraud through APK file
ऑनलाइन ठगी के तरीके जितनी तेजी से बदल रहे हैं, उतनी ही जरूरी हो गई है हमारी सतर्कता. अब धोखेबाजों ने टेक्नोलॉजी का नया इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है वो भी APK फाइल के जरिए. हाल ही में एक सरकारी कर्मचारी के साथ ऐसा ही मामला सामने आया, जिसमें उनके बैंक खाते से करीब 4 लाख रुपये उड़ गए.
क्या होती है APK फाइल?

APK यानी एंड्रॉयड पैकेज किट , एक ऐसा फॉर्मेट होता है जिससे एंड्रॉयड फोन में ऐप्स को मैनुअली इंस्टॉल किया जाता है. जैसे हम कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर की सेटअप फाइल इंस्टॉल करते हैं, वैसे ही APK फाइल मोबाइल ऐप की सेटअप फाइल होती है.
हालांकि आमतौर पर लोग ऐप्स Google Play Store से ही डाउनलोड करते हैं, लेकिन कुछ लोग जब APK फाइल किसी वेबसाइट या लिंक से डाउनलोड करते हैं, तो ये बड़ा खतरा बन सकता है.
कैसे होता है मोबाइल एक्सेस?
जब कोई अज्ञात APK फाइल फोन में इंस्टॉल की जाती है, तो वो ऐप फोन की स्क्रीन, कैमरा, कॉल, मैसेज और यहां तक कि बैंकिंग ऐप्स तक का एक्सेस ले सकता है. इसके ज़रिए ठग आसानी से ओटीपी पढ़ सकते हैं, पासवर्ड चुरा सकते हैं और फिर पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं – और आपको पता भी नहीं चलेगा.
ठगी का तरीका, ऐसे दिया झांसा
तेलंगाना में एक 59 साल के व्यक्ति को किसी ने कॉल करके खुद को बैंक का अधिकारी बताया. बातों-बातों में ठग ने कहा कि उनके बैंक अकाउंट में दर्ज पता गलत है, जिसे अपडेट करने के लिए एक फॉर्म भरना होगा.
इसके बाद उसने पीड़ित को एक APK फाइल भेजी और उसे इंस्टॉल करने को कहा. जैसे ही फाइल फोन में इंस्टॉल हुई, ठग को मोबाइल का एक्सेस मिल गया और कुछ ही देर में बैंक खाते से हजारों की रकम निकल गई. कुल 3.92 लाख रुपये.
कैसे बचें ऐसे फ्रॉड से?
1. केवल भरोसेमंद सोर्स से ऐप डाउनलोड करें, जैसे Google Play Store या App Store.
2. कभी भी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजी गई APK फाइल को न खोलें , चाहे वो खुद को बैंक या पुलिस अफसर ही क्यों न बताए.
3. फोन में “Unknown Sources” से ऐप इंस्टॉल करने की परमिशन बंद रखें .
4. अगर गलती से APK फाइल इंस्टॉल कर ली है, तो तुरंत फोन को फ्लाइट मोड में डालें और बैंक को सूचित करें.
5. फ्रॉड की घटना होते ही 1930 (साइबर क्राइम हेल्पलाइन) पर कॉल करें या [www.cybercrime.gov.in](https://www.cybercrime.gov.in) पर रिपोर्ट करें.
APK फाइल दिखने में एक आम ऐप की तरह लगती है, लेकिन इसके जरिए मोबाइल का पूरा कंट्रोल किसी और के हाथ में जा सकता है. इसलिए किसी भी अनजान लिंक या फाइल से दूर रहना ही समझदारी है. टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल स्मार्ट तरीके से करें, ताकि आपका पैसा और डाटा दोनों सुरक्षित रहें.
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