उत्तर प्रदेश में श्रमिकों के लिए विभिन्न कल्याण योजनाओं के तहत 5.5 लाख श्रमिकों को लाभ मिला है। जानें कैसे इन योजनाओं ने श्रमिकों की जीवन गुणवत्ता में सुधार किया है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने श्रमिकों के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाओं की शुरुआत की है, जिनसे लाखों श्रमिकों को लाभ हुआ है। इन योजनाओं के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास, मातृत्व और विवाह जैसे क्षेत्रों में सहायता प्रदान की गई है, जिससे श्रमिकों की जीवन गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
मुख्य योजनाएं और उनके लाभ:
- कन्या विवाह सहायता योजना:
- इस योजना के तहत श्रमिकों की 84,891 बेटियों के विवाह के लिए ₹440 करोड़ की सहायता प्रदान की गई।
- मातृत्व, शिशु एवं बालिका सहायता योजना:
- इस योजना के तहत 1,09,841 महिलाओं को ₹364 करोड़ की सहायता प्रदान की गई।
- स्वास्थ्य और आवास सहायता:
- श्रमिकों को स्वास्थ्य सेवाएं और आवास सहायता प्रदान की गई, जिससे उनकी जीवन गुणवत्ता में सुधार हुआ।
नए पंजीकरण और महिला श्रमिकों की भागीदारी:
- वित्तीय वर्ष 2025-26 में अब तक 48,822 नए श्रमिकों का पंजीकरण किया गया है, जिनमें से 25,720 महिलाएं हैं।
- पिछले वर्ष 2024-25 में 1,86,380 श्रमिकों का पंजीकरण हुआ था, जिनमें से 89,441 महिलाएं थीं।
- अब तक कुल 1.84 करोड़ श्रमिकों का पंजीकरण किया गया है, जिनमें से 63 लाख महिलाएं हैं।
निष्कर्ष:

उत्तर प्रदेश सरकार की श्रमिकों के लिए कल्याण योजनाएं उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला रही हैं। इन योजनाओं के माध्यम से श्रमिकों को आर्थिक सहायता, स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा और आवास जैसी सुविधाएं मिल रही हैं, जिससे उनकी जीवन गुणवत्ता में सुधार हो रहा है। महिला श्रमिकों की बढ़ती भागीदारी इस बात का संकेत है कि सरकार की योजनाएं सभी के लिए लाभकारी साबित हो रही हैं।
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