रेलवे ने शुरू की नई सुविधा अब ऐप की मदद से फटाफट मिलेगा खोया हुआ मोबाइल : कई बार देखा गया है कि रेल यात्रा के दौरान लोगों का स्मार्टफोन चोरी या गायब हो जाता है.इसी को देखते हुए रेलवे ने अब एक नई सुविधा शुरू की है जिससे मोबाइल चोरी होने पर उसे आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा.
(अब झट से मिल जाएगा ट्रेन में चोरी हुआ स्मार्टफोन)
रेलवे ने शुरू की नई सुविधा अब ऐप की मदद से फटाफट मिलेगा खोया हुआ मोबाइल

Lost Smartphone in Train: कई बार देखा गया है कि रेल यात्रा के दौरान लोगों का स्मार्टफोन चोरी या गायब हो जाता है. इस स्थिति में यात्री काफी परेशान हो जाते हैं. इसी को देखते हुए रेलवे ने अब एक नई सुविधा शुरू की है जिससे यात्री के मोबाइल चोरी होने पर उसे आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा. दरअसल, दूरसंचार विभाग (DoT) और रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने मिलकर एक नया कदम उठाया है जिससे मोबाइल की ट्रेसिंग, ब्लॉकिंग और रिकवरी अब पहले से आसान हो गई है.
जानें क्या है यह रेलवे का नया सिस्टम?
दूरसंचार विभाग के ‘संचार साथी’ पोर्टल को अब भारतीय रेलवे के ‘रेल मदद’ ऐप से जोड़ दिया गया है. इस सिस्टम के ज़रिए यात्री अपने खोए या चोरी हुए मोबाइल की शिकायत सीधे ‘रेल मदद’ ऐप पर दर्ज कर सकते हैं. यह शिकायत अपने आप ‘संचार साथी’ पोर्टल पर पहुंच जाएगी जहां से मोबाइल को ब्लॉक किया जाएगा ताकि उसका गलत इस्तेमाल न हो सके और उसकी ट्रैकिंग शुरू की जा सके.
यात्रीगण कृपया ध्यान दे!
रेलवे की ऐप पर कैसे करें शिकायत
अगर आपका मोबाइल यात्रा के दौरान चोरी हो जाता है तो आप इस ऐप पर आसानी से शिकायत दर्ज कर सकते हैं.
- इसके लिए सबसे पहले आपको रेल मदद ऐप डाउनलोड करना होगा और उसमें मोबाइल खोने या चोरी होने की शिकायत दर्ज करनी होगी.
- इसके बाद शिकायत अपने आप ‘संचार साथी’ पोर्टल पर पहुंच जाएगी.
- आप चाहें तो सीधे www.sancharsaathi.gov.in पर जाकर भी मोबाइल ब्लॉक करने की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं.
संचार साथी पोर्टल में मिलने वाली सुविधाएं
इस पोर्टल पर कई सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं जिससे मोबाइल फोन को खोजना और भी आसान हो जाता है.
ब्लॉकिंग सुविधा: कोई भी व्यक्ति अपने खोए या चोरी हुए मोबाइल को पोर्टल पर रिपोर्ट करके ब्लॉक कर सकता है.
ट्रेसिंग और रिकवरी: पुलिस और RPF को मोबाइल की ट्रेसिंग और रिकवरी की सूचना दी जाती है.
साइबर अपराधों की रिपोर्टिंग: यह पोर्टल टेलीकॉम संसाधनों के दुरुपयोग, साइबर फ्रॉड और अन्य डिजिटल अपराधों की शिकायत दर्ज करने की सुविधा भी देता है.
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