कन्नड़ अभिनेत्री Ranya Rao को बेंगलुरु एयरपोर्ट पर 14.2 किलो सोने की तस्करी करते हुए पकड़ा गया। COFEPOSA के तहत गिरफ्तारी के बाद ED ने उनकी ₹34 करोड़ की संपत्ति जब्त की। जानें पूरा मामला और कानूनी अपडेट।
Contents
🔍 मुख्य फैक्ट्स और कानूनी स्थिति
✅ गिरफ्तारी के तथ्य
- 3 मार्च 2025 को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा एयरपोर्ट पर Ranya Rao को 14.2 किलो सोना लेते हुए पकड़ा गया, जिसकी अनुमानित कीमत ₹12.56 करोड़ है। उन्हें COFEPOSA के तहत गिरफ्तार किया गया था The Indian Express
- सोना उन्होंने अंगों पर टेप और पट्टी लगाकर छिपाया था—विशेषकर जांघों और कमर के आसपास ।
⚖️ COFEPOSA के तहत नियम

- COFEPOSA की कठोर धाराओं के तहत 1 साल की निरोध अवधि तय की गई है, जिसमें Ranya को पूरे समय के लिए बेल नहीं दी जाएगी ।
📑 जमानत की स्थिति
- 20 मई 2025 को नगर कोर्ट ने चार्जशीट में विलंब के कारण डिफॉल्ट जमानत मंजूर की, लेकिन COFEPOSA के तहत उन्हें रिहा नहीं किया गया। वह अभी भी पैराप्पना अग्रहरा जेल में बंद हैं
🔍 जांच की दिशा
- DRI (Directorate of Revenue Intelligence) ने बताया कि Ranya ने हवाला चैनलों के माध्यम से सोने की खरीदारी की थी।
- केस में 34 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है—जिसमें फ्लैट्स, बैंक खातों और अन्य संपत्ति शामिल हैं
👥 पारिवारिक पृष्ठभूमि और विवाद

- Ranya Rao, वरिष्ठ IPS अधिकारी K. Ramachandra Rao की सेप्टडॉटर हैं।
- DRI का आरोप है कि एक State Protocol Officer ने एयरपोर्ट सुरक्षा व्यवधान को टाला था, जिससे Ranya को VIP निकासी चैनल से निकलने की सुविधा मिली
⚖️ अन्य प्रमुख अपडेट

- Karnataka High Court ने सुनवाई के दौरान कहा कि मीडिया रिपोर्टिंग में दिशा-निर्देशों की जरूरत है क्योंकि मुख्य आरोपी एक महिला हैं
- Karnataka Women’s Commission ने कहा कि अगर Ranya formal complaint दर्ज कराती है, तब वे मामले की जांच करेंगे, अन्यथा वे कार्रवाई नहीं कर सकतीं
🧾 निष्कर्ष
विषय | विवरण |
---|---|
स्थायी निष्कर्ष | Ranya Rao को COFEPOSA के अंतर्गत 1 वर्ष जेल |
पक्षधर दल | DRI, ED, CBI |
Legal Status | Bail denied; case ongoing |
जब्ती गए हालात | 14.2 kg सोना, ₹2.06 करोड़ आभूषण, ₹2.67 करोड़ नकद, ₹34 करोड़ की संपत्ति |
यह मामला सिर्फ एक अभिनेत्री का नहीं, बल्कि देश में सोना तस्करी, VIP सुरक्षा दुर्व्यवहार, और न्यायिक प्रक्रिया vs मीडिया विवेचना जैसे कई गंभीर विषयों के बीच टकराव का प्रतीक बन गया है।
Also Read;