PM-Kisan योजना के अंतर्गत किसानों को सालाना ₹6000 की आर्थिक सहायता दी जाती है। लेकिन अब सरकार ने E-KYC और भूमि रिकॉर्ड (Bhulekh) लिंकिंग को अनिवार्य बना दिया है ताकि योजना का लाभ सिर्फ़ असली और पात्र किसानों को ही मिले।
Contents
✅ E-KYC क्यों जरूरी है?
- फर्जी रजिस्ट्रेशन रोकने के लिए
कई लोग गलत तरीके से योजना का लाभ ले रहे थे। OTP या Face Authentication द्वारा आधार वेरिफिकेशन से यह रोका जा सकता है। - योजना का पारदर्शी वितरण
E-KYC से यह सुनिश्चित होता है कि किसान की पहचान सही है और भुगतान उसी के खाते में जा रहा है। - नए भुगतान से पहले अनिवार्य
2025 से सरकार ने साफ कर दिया है कि बिना E-KYC के किसानों को अगली किस्त नहीं मिलेगी।
🗂️ Bhulekh (भूमिलेख) लिंकिंग क्यों जरूरी है?
- भूमि का सत्यापन
योजना का लाभ केवल भूमि रखने वाले किसानों को ही मिलता है। Bhulekh से सरकार जमीन की पुष्टि करती है। - एक से अधिक रजिस्ट्रेशन रोकने के लिए
एक ही किसान कई बार पंजीकरण न कर पाए, इसलिए भूमि विवरण की लिंकिंग आवश्यक की गई है। - डिजिटल रिकॉर्ड से प्रक्रिया सरल
राज्य सरकारों के डिजिटल भू-अभिलेख पोर्टल से सीधे लिंक करके किसान का रिकॉर्ड सत्यापित किया जाता है।
🔐 क्या होगा अगर आपने E-KYC और Bhulekh लिंकिंग नहीं की?
- आपकी PM-Kisan किस्त रोक दी जाएगी।
- रजिस्ट्रेशन रद्द भी हो सकता है।
- आपको दोबारा ऑफलाइन या ऑनलाइन सत्यापन कराना पड़ेगा।
📲 कैसे करें E-KYC और Bhulekh लिंकिंग?
प्रक्रिया | विवरण |
---|---|
E-KYC | pmkisan.gov.in पर जाएं → E-KYC सेक्शन → आधार नंबर दर्ज करें → OTP से वेरिफाई करें या CSC सेंटर पर जाकर Face Authentication कराएं। |
Bhulekh लिंकिंग | राज्य के भूमि रिकॉर्ड पोर्टल (Bhulekh) पर जाकर भूमि रिकॉर्ड को पीएम किसान पोर्टल से जोड़ें या CSC सेंटर पर संपर्क करें। |
📢 हाल की अपडेट (2025):
- सरकार ने अप्रैल 2025 से पहले सभी किसानों को e-KYC और भूमि लिंकिंग पूरी करने की समयसीमा दी है।
- फर्जी लाभार्थियों को हटाया जा रहा है, और राज्यवार डेटा साझा किया गया है।
📝 निष्कर्ष:

अगर आप पीएम किसान योजना का लाभ लगातार लेना चाहते हैं तो E-KYC और Bhulekh लिंकिंग जल्द से जल्द करवा लें। यह आपकी पात्रता का प्रमाण बन चुका है।
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