दक्षिण भारतीय फिल्मों की प्रसिद्ध अभिनेत्री बी. सरोजा देवी का 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया। जानिए उनके शानदार करियर, पुरस्कार, और भारतीय सिनेमा में उनके अमिट योगदान की पूरी जानकारी इस ब्लॉग में।
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सोशल मीडिया और सिनेमा जगत में आज एक स्वर्णिम युग का अंत महसूस किया जा रहा है, क्योंकि दक्षिण भारतीय सिनेमा की दिव्य अभिनेत्री B. Saroja Devi अब हमारे बीच नहीं रही।
📅 घटना सारांश
- तारीख: 14 जुलाई 2025
 - स्थान: बेंगलुरु, मल्लेस्वामिमहल्ला
 - आयु: 87 वर्ष
 - कारण: आयु संबंधी चिकित्सकीय समस्याएँ
 
🎬 जीवन-संग्राम और फिल्मी करियर
- वर्ष 1955 में ‘Mahakavi Kalidasa’ से डेब्यू। इसके बाद उन्होंने लगभग 200 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया
 - भारतीय सिनेमा की पहली ऐसी अभिनेत्री, जिनका सफर कन्नड़, तमिल, तेलुगु, हिंदी भाषाओं में सफल रहा—उन्हें ‘Chaturbhasha Taare’ की उपाधि से नवाज़ा गया
 
🎖️ महत्वपूर्ण सम्मान
- पद्म श्री, 1969
 - पद्म भूषण, 1992
 - अन्य कई लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड प्राप्तकर्ता
 
💡 श्रद्धांजलियाँ और प्रतिक्रिया
- राजनीकांत: “May her soul rest in peace…”
 - किच्छा सुदीप: “Goddess of Acting …”
 - सिद्धारमैयाह (कर्नाटक मुख्यमंत्री): “A tremendous loss for Indian cinema…”
 - खुशबू सुंदर: > “An era gold golden cinema comes to an end…”
 
✨ विरासत और पाक्षिक प्रभाव

- वह उस समय की प्रमुख अभिनेत्री थीं, जब भारतीय सिनेमा क्षेत्रीय भाषाओं से पार होकर देशव्यापी पहचान बना रहा था ।
 - उनके कुछ यादगार किरदार—‘Kittur Chennamma’, ‘Mahakavi Kalidasa’, ‘Nadodi Mannan’, ‘Paigham’ आदि—आज भी दर्शकों के दिलों में बसें हुए हैं
 
🔚 निष्कर्ष
B. Saroja Devi ने भारतीय सिनेमा को चार भाषाओं तक पहुंचने वाला एक सशक्त स्तंभ बनाया। उनके अभिनय की मिसालें आनेवाली पीढ़ियों को प्रेरित करेंगी। उनकी यह विरासत सदैव जीवित रहेगी।
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