Unitech Ltd. हाल ही में वित्तीय और कानूनी मोर्चों पर महत्वपूर्ण खबरों में रहा है। कंपनी ने जून तिमाही (Q1 FY26) के परिणाम घोषित किए हैं, वहीं उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई में भी एक नया मोड़ आया है। नीचे दोनों हिस्सों पर नजर डालते हैं:
Contents
1. Q1 FY26 में वित्तीय प्रदर्शन — घाटा कम, सुधार की दिशा में
- Consolidated Net Loss: जून 2025 तिमाही में Unitech ने ₹591.77 करोड़ का शुद्ध घाटा दर्ज किया, जबकि पिछले वर्ष इसी तिमाही में यह घाटा ₹1,075.89 करोड़ था — यानी करीब 45% की कमी।
- Total Sales: राजस्व ₹105 करोड़ रहा — यह पिछले साल की जून तिमाही ₹74.32 करोड़ से 41% अधिक है।
- प्रमुख संकेत: घाटा कम हुआ है और आय में सुधार हुआ है — यह संकेत देते हैं कि कंपनी महज वित्तीय सुधार की दिशा में कदम बढ़ा रही है।
2. शेयर प्रदर्शन और बाजार प्रतिक्रिया
- शेयर प्राइस (11 अगस्त): शेयर ₹7.23 पर बंद हुआ, जिसमें 4.93% की तेजी रही। हालांकि, लंबी अवधि में 1 महीने का रिटर्न – 10.3% नकारात्मक और अब तक का साल-टू-डेट रिटर्न – 21% लुढ़का हुआ है।
- लागत संरचना कमजोर: कंपनी की स्थिर वृद्धि दर कमजोर है, EBITDA नकारात्मक और EBIT प्रभावित, जो कहीं न कहीं निवेशकों का विश्वास कम कर रहे हैं।
3. कानूनी जद्दोजहद: ED ने दर्ज किया नया चार्जशीट
- पीएमएलए केस में आरोप: ED ने आरोप लगाया है कि Unitech और उसके प्रमोटरों ने होमबॉयर्स तथा वित्त संस्थानों से प्राप्त ₹16,000 करोड़ में से करीब ₹7,794 करोड़ diverted कर दिए—उनका निजी उपयोग और बेनामी हस्तांतरण किया गया।
इस केस में कुल 105 व्यक्तियों और संस्थाओं को आरोपी नामित किया गया है, जबकि ₹1,621.91 करोड़ की संपत्तियाँ अटैच कर दी गई हैं। - नियंत्रण और भरोसा: यह कानूनी मसला Unitech के खिलाफ निवेशकों का भरोसा कमजोर करने वाला रहा है, और कंपनी की प्रबंधन विश्वसनीयता पर कई सवाल खड़े कर रहा है।
4. निवेशकों के लिए क्या मायने?
पहलू | स्थिति और सुझाव |
---|---|
शॉर्ट-टर्म | घाटा कम हुआ व आय में सुधार, पर शेयर में उतार-चढ़ाव जारी। सावधानी जरूरी। |
लॉन्ग-टर्म | कानूनी चिंताएं और अखंडता पर सवाल निवेशकों के लिए घातक हो सकते हैं। |
सतर्कता | समग्र वित्तीय व्यवहार और कानूनी सुधार तय करेंगे आगे वृद्धि की दिशा। |
निष्कर्ष
Unitech ने Q1 FY26 में घाटा कटौती और राजस्व में सुधार जैसे सकारात्मक संकेत पेश किए हैं, लेकिन इसका भविष्य अभी भी तीन अहम चुनौतियों से घिरा हुआ है—निरंतर घाटा, कमजोर बाजार विश्वास, और कानूनी विवादों का असर। यदि ये पहल बेहतर ढंग से संभाली जाएँ, तो कंपनी सुधार की ओर बढ़ सकती है। सावधान निवेशकों के लिए यह समय परिचालन सुधार और कानूनी स्थिति पर कड़ी नजर रखने का है।
Also Read;
MRF शेयर की ताज़ा अपडेट: Q1 में मुनाफा घटा, शेयर प्राइस में गिरावट