UNESCO ने “Maratha Military Landscapes of India” के रूप में महाराष्ट्र के 11 और तमिलनाडु के 1 किले को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल किया—छत्रपति शिवाजी महाराज की सैन्य रणनीति को वैश्विक स्तर पर मान्यता मिली।
📌 मुख्य अपडेट
- UNESCO की 47वीं वर्ल्ड हेरिटेज कमिटी ने हाल ही में “Maratha Military Landscapes of India” प्रस्ताव को स्वीकार किया, जिसमें महाराष्ट्र के 11 forts और तमिलनाडु का Gingee Fort शामिल है, जो अब भारत की UNESCO World Heritage list में 44वां दर्जा दर्ज़ कर चुका है
- यह निर्णय 11 जुलाई 2025 को पेरिस में लिया गया—forts में Salher, Shivneri, Lohagad, Khanderi, Raigad, Rajgad, Pratapgad, Suvarnadurg, Panhala, Vijaydurg, Sindhudurg और Tamil Nadu का Gingee Fort शामिल हैं
🎤 प्रतिक्रिया & महत्व
- Maharashtra CM देवेंद्र फडणवीस ने इसे “एक गौरवशाली क्षण” बताया, वहीं mountaineers की संस्था AMGM ने UNESCO नियमों के तहत forts की संरक्षण प्रक्रिया की सराहना की
- कलाकार मृणाल कुलकर्णी ने सोशल मीडिया पर इस ऐतिहासिक सफलता का उत्साहपूर्वक स्वागत किया
🌍 ऐतिहासिक-मिलिट्री महत्व
- 17वीं से 19वीं सदी में बनाए गए ये forts सामरिक रक्षा रणनीति—hill forts, coastal forts, island forts—का उत्कृष्ट नमूना हैं।
- हिमालय, पश्चिमी घाटों, कोकण तट और पूर्वी घाटों में फैलें ये किले Maratha साम्राज्य की रणनीतिक गति एवं नियंत्रण प्रणाली को दर्शाते हैं
🎯 क्या मिलेगा इससे?
- UNESCO की मान्यता से conservation और restoration कार्यों को अंतरराष्ट्रीय दिशा-निर्देशों के अनुसार किया जाएगा।
- Tourism में वृद्धि होगी—local किले अब heritage circuits में शामिल होंगे।
- Regional विकास: सांस्कृतिक विरासतों के कारण स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा ।
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