📅 घटना का सारांश
Tata Consultancy Services (TCS) के पुणे स्थित Sahyadri Park ऑफिस के सामने एक कर्मचारी सौरभ मोरे को 29 जुलाई 2025 से फुटपाथ पर सोते देखा गया। उन्होंने एक लिखा हुआ नोट सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसमें उनका आरोप था कि चार महीने तक वेतन नहीं मिला।
📝 कर्मचारी की बात क्या थी?

मोरे ने अपने हस्तलिखित पत्र में लिखा:
“मैंने HR को बताया कि मेरे पास पैसे नहीं हैं और मुझे फुटपाथ पर सोना पड़ेगा। HR ने कोई जवाब नहीं दिया। इसलिए मैं 29 जुलाई से TCS के सामने फुटपाथ पर रह रहा हूँ।”
उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने 29 जुलाई को ऑफिस रिपोर्ट किया, लेकिन उनकी ID और सिस्टम एक्सेस बंद थे।
🏢 TCS का आधिकारिक जवाब
TCS ने स्पष्ट किया कि:
- अनधिकृत अनुपस्थिति की वजह से वेतन निलंबित किया गया था।
- मोरे ने अब वापस ऑफिस जॉइन किया है और बहाली का निवेदन किया है।
- कंपनी ने उन्हें अस्थायी आवास प्रदान किया और “निष्पक्ष एवं रचनात्मक” तरीके से समस्या सुलझाने में मदद कर रही है।
🧠 व्यापक प्रभाव और सवाल
🔍 क्या यह सिर्फ एक मामला है?
इस घटना ने बड़े पैमाने पर चर्चा को जन्म दिया:
- कर्मचारियों में वेतन न मिलने पर मानसिक और आर्थिक तनाव
- IT क्षेत्र में HR नीतियों और पैरोल प्रक्रियाओं की समीक्षा अर्जित
- TCS द्वारा हाल ही में की गई 12,000 कर्मचारियों की बर्खास्तगी से जुड़ी चिंताएँ भी उभरीं।
विशेष रूप से रेडिट पर एक कर्मचारी ने लिखा:
“यदि मैं अब नौकरी छोड़ दूं, तो क्या तीन महीने नोटिस देना होगा? क्या अनुभव पत्र मिलेगा? या ठुकरा दिया जाएगा?”
इससे श्रमिकों में नौकरी की असुरक्षा और अनिर्णय की भावना स्पष्ट होती है।
📋 त्वरित सारांश
विषय | जानकारी |
---|---|
कर्मचारी नाम | सौरभ मोरे |
समस्या | पिछले चार महीने से वेतन नहीं मिला |
स्थान | TCS पुणे, Sahyadri Park ऑफिस के सामने |
कंपनी की प्रतिक्रिया | “Payroll suspension standard procedure” — अस्थायी आवास दिया गया |
व्यापक चर्चा | भुगतान देरी, कर्मचारी कल्याण, लेऑफ नीति, मानसिक स्वास्थ्य |
संबंधित मुद्दे | PIP, बेंच नीति, कर्मचारियों की सुरक्षा |
🎯 निष्कर्ष
यह घटना कर्मचारियों की वेतन व्यवस्था, HR प्रक्रियाओं, और श्रमिक कल्याण पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है।
TCS ने समस्या समाधान का आश्वासन दिया है, लेकिन यह घटना IT सेक्टर में कर्मचारी सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य जैसे विषयों पर एक महत्वपूर्ण विमर्श को उत्पन्न कर गई है।
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