2025 में “Smart Villages” की अवधारणा भारत की ग्रामीण विकास नीति का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है। इंटरनेट पहुँच, डिजिटल सेवाएँ, AI-शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि टेक्नोलॉजी — ये सभी ग्रामीण इलाकों में बदलाव का परिदृश्य तैयार कर रहे हैं। आइए जानें कि अभी क्या हो रहा है, कौन सी योजनाएँ काम कर रही हैं, और क्या चुनौतियाँ हैं।
🔍 ताज़ा घटनाएँ और उदाहरण
- Model Digital Villages in Prayagraj district (UP)
इलाका प्रशासन ने 23 गाँवों को मॉडल डिजिटल गाँव बनाने का प्रोजेक्ट शुरू किया है, जिसमें FTTH (Fiber To The Home) कनेक्टिविटी, पचायत कार्यालय, विद्यालय, अस्पताल आदि सरकारी संस्थाओं में हाई-स्पीड इंटरनेट उपलब्ध कराया जायेगा।

- Digital Crop Survey Project in Uttar Pradesh
25 सितंबर तक डिजिटल खेती सर्वेक्षण के लिए अधिकारियों को नियुक्त करने का लक्ष्य है। इस योजना के तहत गाँव-गाँव के खेतों («khasra units») को भौगोलिक सन्दर्भ (geo-referenced) के साथ ट्रैक किया जायेगा ताकि नीति निर्माण, बीमा, लोन आदि बेहतर तरीके से हो सकें।

- Ramtek Skill Development Centre, Maharashtra
महाराष्ट्र सरकार ने Tata Technologies के साथ मिलकर रामटेक में ₹115 करोड़ का “Centre for Invention, Innovation, Incubation and Training (CIIIT)” खोलने का MoU किया है। इस केंद्र से हर साल लगभग 3,000 ग्रामीण छात्रों को उभरती टेक्नोलॉजीज़ और उद्यम गतिविधियों की ट्रेनिंग मिलेगी।

- Yavatmal District Development Projects
महाराष्ट्र के Yavatmal में ₹335 करोड़ की विकास परियोजनाएँ लॉन्च की गई हैं, जिनमें आदिवासी इलाकों के लिए जल आपूर्ति, अस्पताल, हॉस्टल, आवास आदि शामिल हैं। साथ ही सोलर उर्जा योजनाएँ भी शुरू की गई हैं ताकि किसानों को दिन के समय मुफ्त बिजली मिले।

- Smartpur Project by DEF & Nokia
Smartpur मॉडल ग्रामीण उद्यमियों (rural entrepreneurs) पर आधारित है जिसमें गांवों को “hub-and-spoke” नेटवर्क में बाँटा गया है। हब गांवों से छह मुख्य क्षेत्रों — स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका, शासन, वित्त, मनोरंजन — में सेवाएँ दी जाती हैं, और spokes गांवों तक ये सेवाएँ पहुंचती हैं। हाल ही में हरियाणा और तमिलनाडु के कुछ गाँवों में पायलट चल रहा है।

- RuTAGe Smart Village Center (RSVC), Sonipat
सोनिपत के मांडौरा गाँव में स्थापित RSVC पंचायत स्तर पर लगभग 15-20 गाँवों की तकनीकी ज़रूरतों को पूरा करेगा। कृषि, कचरा प्रबंधन, गाँव पर्यटन आदि क्षेत्रों में IITs और अन्य अनुसंधान संस्थाएँ तकनीकी सहायता देती हैं।

- Begusarai, Bihar – Smart Gram Panchayat Project
Begusarai जिले की ग्राम पंचायतों में ग्राउंड-ब्रेकिंग प्रोग्राम चल रहा है जहाँ लगभग सभी ग्राम पंचायतों में PM-WANI आधारित Wi-Fi सेवाएँ स्थापित हो रही हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला स्व-हेल्प ग्रुप आदि को लाभ मिल रहा है।

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⚙️ क्या है Smart Village मॉडल?
Smart Village मॉडल में मुख्यतः ये चीज़ें शामिल होती हैं:
घटक | विवरण |
---|---|
इंटरनेट और कनैक्टिविटी | FTTH, Wi-Fi, मोबाइल नेटवर्क विस्तार, PM-WANI जैसे प्रोजेक्ट्स |
डिजिटल गवर्नेंस | ई-सेवाएँ, डिजिटल सर्वेक्षण, पंचायतों में ऑनलाइन आवेदन, सरकारी योजनाओं की सूचना डिजिटल पारदर्शिता |
शिक्षा और कौशल विकास | AI-कक्षा, डिस्टेंस लर्निंग, डिजिटल लिटरेसी, स्किल ट्रेनिंग सेंटर |
स्वास्थ्य देखभाल | Telemedicine, डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड, स्वास्थ्य चाटबॉट्स और स्वास्थ्य सूचना सेवाएँ |
कृषि तकनीक | Soil sensors, ड्रोन सर्वे, मौसम-पूर्वानुमान, बाजार जानकारी (market rates), डिजिटल फार्म मैनेजमेंट |
रोज़गार व उद्यमिता | ग्रामीण उद्यमियों को ट्रेनिंग, मार्केट लिंकिज, ऑनलाइन बिक्री, हस्त-निर्मित उत्पादों को बढ़ावा |
✅ फायदे

- प्रशासन और योजनाओं में पारदर्शिता बढ़ती है
- समय और खर्च की बचत होती है — दूर गाँवों को भी सरकारी सेवाएँ आसानी से मिलती हैं
- कृषि और स्वास्थ्य जैसे मूलभूत क्षेत्रों में सुधार
- शिक्षा और कौशल विकास ग्रामीण युवाओं को शहरों से कम हतोत्साहित करता है, पलायन कम करता है
- रोजगार के अवसर बढ़ते हैं, जीवन स्तर में सुधार होता है
⚠️ चुनौतियाँ
- इंटरनेट और बिजली की विश्वसनीयता अभी भी नहीं सभी गाँवों में अच्छी है
- डिजिटल साक्षरता की कमी — कई ग्रामीण जन डिजिटल उपकरणों से सहज नहीं हैं
- भाषा और स्थानीय संदर्भ — ऐप्स, सेवाएँ और सूचना स्थानीय भाषाओं में होनी चाहिए
- फंडिंग और रख-रखाव — कब-कब उपकरण ख़राब हो जाते हैं, नेटवर्क डाउन होता है, लागत की समस्या होती है
🔮 भविष्य की दिशा
- राज्यों द्वारा लाखों गाँवों में स्मार्ट-हब गांव मॉडल को अपनाना (जैसे महाराष्ट्र की योजना है 3,500 गाँवों को स्मार्ट हब बनाना)
- AI और मशीन लर्निंग का उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि में बढ़ेगा
- कॉम्युनिटी-ड्रिवेन मॉडल ज़्यादा प्रचलित होंगे — गाँव के लोग स्वयं डिजिटल सेवाओं के प्रदाता बनेंगे
- सरकारी योजनाएँ जैसे RGSA, PM-WANI, BharatNet आदि का विस्तार होगा
📌 FAQ – Smart Villages & Rural Digital Transformation 2025
Q1. Smart Village क्या है?
➡️ Smart Village वह गाँव है जहाँ डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे इंटरनेट, ई-सेवाएँ, डिजिटल शिक्षा, स्वास्थ्य आदि मौलिक सुविधाएँ हों, और गाँववासियों को इनका सही उपयोग करने का प्रशिक्षण हो।
Q2. किस तरह की योजनाएँ हो रही हैं इस क्षेत्र में?
➡️ उदाहरण के लिए Smartpur, RSVC, Smart Gram Panchayat, मॉडल डिजिटल-गाँव, डिजिटल फसल सर्वेक्षण जैसी योजनाएँ।
Q3. गाँवों में इंटरनेट पहुँच कैसे सुधरेगी?
➡️ FTTH, Wi-Fi-सेवाएँ, मोबाइल नेटवर्क टॉवर्स की स्थापना और PM-WANI जैसे सरकारी/प्राइवेट साझेदारी प्रोजेक्ट इसकी दिशा में काम कर रहे हैं।
Q4. गाँव के युवा कैसे इस परिवर्तन का हिस्सा बन सकते हैं?
➡️ डिजिटल लिटरेसी सीखकर, शॉर्ट ट्रेनिंग प्रोग्राम में भाग लेकर, ग्रामीण उद्यमियों के साथ जुड़कर और उन गाँव-मॉडल प्रोजेक्ट्स में काम करके।
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