भारत सरकार लाने जा रही है Shram Shakti Niti 2025 — एक unified National Labour & Employment Policy, जो श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा, रोजगार सशक्तीकरण और formalisation प्रदान करेगी।
भारत सरकार ने श्रम और रोजगार क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाने की तैयारी कर ली है।
मंत्रालय ने National Labour and Employment Policy (जिसे Shram Shakti Niti 2025 कहा जाएगा) की रूप-रेखा जारी की है।
इस नीति का लक्ष्य है कि सभी श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य-सुरक्षा, महिला और युवा सशक्तीकरण, और रोजगार की व्यवस्था में अधिक formalization मिले।
🧭 मुख्य उद्देश्य और हस्तक्षेप (Key Objectives & Interventions)

- Universal Social Security Account
EPFO, ESIC, e-SHRAM, PM-JAY और राज्य कल्याण बोर्ड को एकीकृत किया जाएगा ताकि सभी श्रमिकों को एक ही सामाजिक सुरक्षा खाता मिल सके। - Single-window digital compliance & Simplified Returns
MSME और अन्य नियोक्ताओं के लिए compliance आसान करना, self-certification की सुविधा देना। - Green Jobs Promotion
नया रोजगार क्षेत्र जैसे climate action, renewable energy इत्यादि में नए अवसर देना। - Labour Data Architecture और Monitoring
एक unified data platform तैयार करना ताकि राज्यों और मंत्रालयों के बीच बेहतर समन्वय हो सके। - Women’s Participation बढ़ाना
नीति के अनुसार, 2030 तक महिलाओं की भागीदारी को 35% तक लाना है। - Implementation phases
- Phase-1 (2025-27): संस्थागत आधार तैयार करना
- Phase-2 (2027-30): सामाजिक सुरक्षा खाता rollout, skill-employment linkages
- Phase-3 (post-2030): समेकन और policy refinement
- Employment Facilitation Institutions
District-level hubs, state labour missions और National Council (NLPI) बनाना, जो worker registration, grievance redressal, job matching आदि संभालेंगे। - Digital Backbone – National Career Service Portal
यह portal रोजगार matching, skill verification और credentialing के लिए काम करेगा।
🔍 नीति का महत्व और प्रभाव (Significance & Impact)

- Formalization of Labour Force: भारत की बड़ी workforce अभी अनौपचारिक क्षेत्र में है — इस नीति से उन्हें formal economy का हिस्सा बनने में मदद मिलेगी।
- Inclusive Growth: महिलाओं, युवाओं और कमजोर वर्गों को रोजगार अवसर मिलने की संभावना बढ़ेगी।
- Transparency & Ease: डिजिटल single-window compliance बेहतर प्रशासन और कम भ्रष्टाचार सुनिश्चित कर सकता है।
- Green Employment: नये climate/jobs क्षेत्रों में रोजगार पैदा होंगे, जो आने वाले दशक की मांग होगी।
- Data-Driven Policy Making: unified data system द्वारा नीति निर्माण में evidence-based decisions लिए जा सकेंगे।
⚠️ चुनौतियाँ और संभावित जोखिम (Challenges & Risks)

- राज्यों की विविधता: राज्यों में श्रम कानून और प्रशासनिक संसाधन अलग-अलग हैं — uniform implementation मुश्किल हो सकती है।
- उत्तरदायित्व और monitoring: नीति के लक्ष्य और timeline को समय-समय पर ट्रैक करना जरूरी होगा।
- वित्तीय बोझ: नए social security और subsidies का खर्च सरकार के बजट पर दबाव डालेगा।
- Awareness & Adoption: गाँवों और दूरदराज इलाकों में श्रमिकों को इस नीति की जानकारी पहुँचनी चाहिए।
- Technology constraint: especially rural areas में digital infrastructure की कमी हो सकती है।
✅ निष्कर्ष (Conclusion)

Shram Shakti Niti 2025 भारत की श्रम-निवेश नीति में एक मील का पत्थर हो सकती है।
अगर यह नीति सफलतापूर्वक लागू हो जाए, तो यह लाखों श्रमिकों को सुरक्षा, स्थिर काम और बेहतर अवसर दे सकती है।
लेकिन इसके लिए केंद्र और राज्य स्तर पर साथ मिलकर काम करना होगा, मजबूत monitoring प्रणाली बनाना होगा और awareness campaigns जरुरी होंगे।
आइए इस नीति को देखना होगा — कि यह भविष्य में भारतीय श्रमिकों की किस तरह सेवा कर पाती है।
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