भारत में ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल और स्मार्ट गांवों की पहलें ग्रामीण जीवन को बदलने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही हैं। ये पहलें कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, शासन और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग कर रही हैं।
🧠 स्मार्ट गांव: क्या है यह अवधारणा?
स्मार्ट गांव एक आधुनिक दृष्टिकोण है, जो प्रौद्योगिकी, नवाचार और सतत विकास के माध्यम से ग्रामीण जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने का प्रयास करता है। इसमें सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (ICT), नवीकरणीय ऊर्जा, स्मार्ट सिंचाई, ई-गवर्नेंस और डिजिटल शिक्षा जैसे तत्व शामिल होते हैं।
🌟 प्रमुख स्मार्ट गांव पहलें
1. सतनवारी – भारत का पहला AI-संचालित स्मार्ट गांव

नागपुर के पास स्थित सतनवारी गांव को भारत का पहला “स्मार्ट और इंटेलिजेंट” AI-संचालित गांव के रूप में विकसित किया गया है। इस पहल में:
- कृषि में सुधार: स्मार्ट सिंचाई, ड्रोन और सोलर पंपों का उपयोग।
- शिक्षा: AI-सक्षम डिजिटल पुस्तकें और दूरस्थ शिक्षा।
- स्वास्थ्य: टेलीमेडिसिन सेवाएं और डिजिटल स्वास्थ्य कार्ड।
- सुरक्षा: CCTV निगरानी और स्मार्ट लाइटिंग सिस्टम।
यह परियोजना 25 भारतीय कंपनियों के सहयोग से दो महीने में पूरी हुई और अब इसे राज्यभर में 10 गांवों में लागू करने की योजना है।
2. ‘आमा शासना’ – ओडिशा का डिजिटल नागरिक संवाद

ओडिशा सरकार ने ‘आमा शासना’ पहल शुरू की है, जो नागरिकों और सरकार के बीच सीधे संवाद को बढ़ावा देती है। इस पहल में:
- डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म: चैटबोट, व्हाट्सएप और टोल-फ्री नंबर के माध्यम से नागरिकों की प्रतिक्रिया।
- सेवाओं का डिजिटलीकरण: 13 सेवाओं को आठ विभागों में ऑनलाइन किया गया है।
- पारदर्शिता: सरकारी योजनाओं और सेवाओं की निगरानी और सुधार।
3. ‘मेघालय वन’ – मेघालय का डिजिटल गवर्नेंस प्लेटफ़ॉर्म

मेघालय राज्य ने ‘मेघालय वन’ डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म को लॉन्च किया है, जो:
- नागरिक सेवाएं: 7,000 से अधिक उपयोगकर्ताओं के लिए सेवाएं उपलब्ध।
- समस्या समाधान: ‘CM CONNECT’ कार्यक्रम के माध्यम से नागरिकों की समस्याओं का समाधान।
- निगरानी: जल गुणवत्ता, सिंचाई और अन्य नागरिक सुविधाओं की वास्तविक समय में निगरानी।
🚜 कृषि में डिजिटल नवाचार

- नैनो गणेश: यह एक मोबाइल-आधारित सिंचाई प्रणाली है, जो किसानों को अपने पंपों को दूरस्थ रूप से नियंत्रित करने की सुविधा देती है।
- Agri-IoT: भारत का Agri-IoT बाजार 2025 तक $2.5 बिलियन तक पहुँचने का अनुमान है, जिसमें 65% से अधिक किसान डिजिटल उपकरणों का उपयोग करेंगे।
🏛️ शासन और बुनियादी ढांचे में सुधार
- ई-पंचायत: ग्राम पंचायतों में डिजिटल शासन के माध्यम से पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाई जा रही है।
- स्मार्ट लाइटिंग और स्वच्छता: स्मार्ट गांवों में स्वच्छता और सुरक्षा के लिए स्मार्ट लाइटिंग और स्वच्छता प्रौद्योगिकियों का उपयोग किया जा रहा है।
🔮 भविष्य की दिशा
भारत सरकार और राज्य सरकारें स्मार्ट गांवों की पहल को बढ़ावा दे रही हैं। महाराष्ट्र सरकार ने प्रत्येक तालुका में 10 स्मार्ट गांवों के विकास की योजना बनाई है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल परिवर्तन को गति मिलेगी।
✅ निष्कर्ष
डिजिटल और स्मार्ट गांवों की पहलें ग्रामीण भारत में समग्र विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। ये पहलें न केवल कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार कर रही हैं, बल्कि शासन और बुनियादी ढांचे में भी सुधार ला रही हैं। यदि इन पहलों को सही दिशा में लागू किया जाए, तो यह ग्रामीण भारत को आत्मनिर्भर और समृद्ध बना सकती हैं।
❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
1. स्मार्ट गांव क्या है?
उत्तर: स्मार्ट गांव वह गांव होता है जिसमें डिजिटल तकनीक, नवाचार और सतत विकास का उपयोग करके ग्रामीण जीवन की गुणवत्ता बढ़ाई जाती है। इसमें ई-गवर्नेंस, डिजिटल शिक्षा, स्मार्ट सिंचाई, स्वास्थ्य सेवाएं और नवीकरणीय ऊर्जा शामिल हैं।
2. भारत में पहला AI-संचालित स्मार्ट गांव कौन सा है?
उत्तर: नागपुर के पास स्थित सतनवारी गांव को भारत का पहला AI-संचालित स्मार्ट गांव बनाया गया है। इसमें स्मार्ट सिंचाई, टेलीमेडिसिन, डिजिटल शिक्षा और सुरक्षा निगरानी जैसी सुविधाएं हैं।
3. ‘आमा शासना’ पहल क्या है?
उत्तर: यह ओडिशा सरकार की डिजिटल नागरिक संवाद पहल है, जो सरकार और नागरिकों के बीच सीधे संवाद को बढ़ावा देती है। इसमें ऑनलाइन सेवाएं, चैटबोट और टोल-फ्री नंबर के माध्यम से नागरिकों की प्रतिक्रिया शामिल है।
4. कृषि में डिजिटल नवाचार कैसे मदद कर रहे हैं?
उत्तर: स्मार्ट उपकरण जैसे नैनो गणेश और Agri-IoT किसानों को सिंचाई, फसल निगरानी और डेटा-आधारित निर्णय लेने में मदद कर रहे हैं। इससे उत्पादन और लागत नियंत्रण बेहतर होता है।
5. स्मार्ट गांव से बुनियादी ढांचे में क्या सुधार होते हैं?
उत्तर: स्मार्ट गांवों में ई-पंचायत, स्मार्ट लाइटिंग, स्वच्छता और जल गुणवत्ता निगरानी जैसी सुविधाओं के माध्यम से सुरक्षा और जीवन स्तर में सुधार होता है।
6. भविष्य में स्मार्ट गांव पहल का उद्देश्य क्या है?
उत्तर: उद्देश्य है ग्रामीण भारत में समग्र विकास, आत्मनिर्भरता और डिजिटल सशक्तिकरण। राज्य सरकारें हर तालुका में स्मार्ट गांवों की संख्या बढ़ाने की योजना बना रही हैं।
7. क्या स्मार्ट गांव पहल ग्रामीण रोजगार में मदद कर रही है?
उत्तर: हाँ, डिजिटल और स्मार्ट तकनीक से नई नौकरियों और प्रशिक्षण के अवसर पैदा हो रहे हैं, जिससे युवाओं और किसानों को लाभ मिल रहा है।
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