RBI ने अगस्त 2025 में रेपो रेट को 5.5% पर स्थिर रखा है। जानें कैसे यह फैसला फेस्टिव सीज़न में हाउसिंग लोन की मांग और रियल एस्टेट सेक्टर पर असर डालेगा।
Contents
🔹 1. Repo Rate निर्णय – ताज़ा स्थिति
- RBI की Monetary Policy Committee (MPC) ने 6 अगस्त 2025 को Repo Rate को 5.5% पर अपरिवर्तित रखा
- नीति को “neutral” रखा गया है, जिससे भविष्य में अगर जरूरत हुई तो दरों को घटाया या बढ़ाया जा सकता है
- MPC ने इस वर्ष अब तक कुल 100 बेसिस पॉइंट की कटौती की है—जिसमें 50 bps जून में की गई थी
🏘️ 2. रियल एस्टेट सेक्टर का व्यू – Festive Demand से राह उम्मीदों की
- विशेषज्ञों के अनुसार, Repo Rate के स्थिर रहने के बावजूद festive सीज़न (अगस्त–अक्टूबर) की शुरूआत consumer sentiment में सुधार ला सकती है
- Anuj Puri (ANAROCK) ने कहा कि अमेरिकी tariff मसलों और metro में होम बिक्री में 20% गिरावट के बावजूद, त्योहारों में developers द्वारा प्रस्ताव और आसान EMI योजनाओं से affordable housing में गति आ सकती है
- CBRE India की Anshuman Magazine ने बताया कि neutral stance से developers व homebuyers के लिए दीर्घकालीन पूर्वानुमान स्थिर रहेगा, जिससे पुनर्वित्तीय माहौल सकारात्मक बनेगा
- NAREDCO-Knight Frank Sentiment Index के अनुसार, Q2 2025 में real estate sentiment मजबूत हुआ है—मांग, liquidity व policy support से optimism बढ़ा है
📉 3. Borrowers के लिए Loan Rate की स्थिति
- Home loan EMI दरें अब 8% से नीचे आ चुकी हैं—floating-rate borrowers के लिए यह राहत देती है
- Inflation जून 2025 में 2.1% पर पहुँच गया—जो RBI के comfort zone से नीचे है।
- Experts का मानना है कि यदि global economic situations अनुकूल रहे, तो वर्ष के अंत तक अगले 25 bps की कटौती संभव है
🔄 4. Short-Term & Medium-Term की Outlook
| पहलू | स्थिति / संभावित प्रभाव |
|---|---|
| Repo Rate | 5.5% पर स्थिर, neutral stance |
| Home loan EMI | दरों में पहले से गिरावट, EMI अभी फिलहाल स्थिर |
| Demand Outlook | Festive season में housing loan demand में संभावित इज़ाफ़ा |
| Real Estate Sentiment | Q2 2025 में सुधार; optimistic developers और buyers |
| आगे की Rate Cut संभावनाएँ | Oct–Dec 2025 में अतिरिक्त 25 bps cut संभावित |
✅ निष्कर्ष

RBI की Repo Rate को वर्तमान रूप से 5.5% पर अंकुश लगाये रखना एक संतुलित निर्णय प्रतीत होता है—यह inflation and global tariff uncertainty के बीच होम लोन borrowers और real estate developers को festive season के लिए धीरे-धीरे बढ़ रही मांग के लिए समय देता है।
- Borrowers को EMI में तत्काल लाभ नहीं मिला, लेकिन rate stability से budgeting आसान बनी।
- Developers को अब भी cautious optimism बनाए रखते हुए market momentum को बनाये रखने की आवश्यकता है।
- यदि inflation स्थिर रहती है और global trade में सुधार होता है, तो year-end तक बोनस उत्पाद योजना में और reduction की संभावना बनी हुई है।
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