प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य किसानों को प्राकृतिक आपदाओं, कीटों, रोगों, और अन्य कृषि संबंधित जोखिमों से सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना के तहत किसानों को न्यूनतम प्रीमियम पर व्यापक बीमा कवरेज मिलता है, जिससे उनकी आय स्थिर रहती है और वे कृषि में नवाचार एवं आधुनिक पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित होते हैं।
✅ PMFBY 2025 के प्रमुख अपडेट
- रबी 2025 के लिए मुआवजा वितरण: कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में घोषणा की कि रबी 2025 की फसल के लिए किसानों को ₹3,200 करोड़ का मुआवजा उनके खातों में ट्रांसफर किया जाएगा। इसमें सबसे अधिक हिस्सा मध्यप्रदेश (₹1,156 करोड़) और राजस्थान (₹1,121 करोड़) के किसानों को मिलेगा ।
- पेनल्टी प्रावधान: यदि बीमा राशि के वितरण में देरी होती है, तो बीमा कंपनियों पर 12% की पेनल्टी लागू की जाएगी, जो सीधे किसान के खाते में जाएगी ।
- ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि: खरीफ 2025 के लिए बीमा आवेदन की अंतिम तिथि 14 अगस्त 2025 तक बढ़ा दी गई है ।
🧾 बीमा राशि का निर्धारण कैसे होता है?
PMFBY के तहत बीमा राशि का निर्धारण निम्नलिखित आधारों पर किया जाता है:
- फसल कटाई प्रयोग (CCE): फसल की वास्तविक उपज का मूल्यांकन।
- मानक उपज (Threshold Yield): एक क्षेत्र में सामान्य परिस्थितियों में अपेक्षित उपज।
- वास्तविक उपज (Actual Yield): वास्तविकता में प्राप्त उपज।
- क्षेत्रीय और राष्ट्रीय डेटा: उपज के आंकड़े और मौसम संबंधी जानकारी।
यदि वास्तविक उपज मानक उपज से कम होती है, तो अंतर के आधार पर बीमा राशि का निर्धारण किया जाता है।
📝 आवेदन प्रक्रिया
किसान PMFBY के तहत बीमा के लिए निम्नलिखित माध्यमों से आवेदन कर सकते हैं:
- ऑनलाइन आवेदन: PMFBY की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करें।
- ऑफलाइन आवेदन: अपने नजदीकी बैंक शाखा या कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) में जाकर आवेदन करें।
आवश्यक दस्तावेज़:
- आधार कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- भूमि स्वामित्व प्रमाणपत्र या पट्टा समझौता
- कृषि ऋण प्रमाणपत्र (यदि लागू हो)
📞 सहायता और संपर्क
किसानों को किसी भी प्रकार की सहायता के लिए निम्नलिखित संपर्क विवरण उपलब्ध हैं:
- PMFBY हेल्पलाइन: 14447
- WhatsApp चैटबॉट: 70655144473
- आधिकारिक वेबसाइट: pmfby.gov.in
📝 निष्कर्ष
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच है। यह योजना प्राकृतिक आपदाओं, कीटों, रोगों, और अन्य कृषि संबंधित जोखिमों से होने वाली हानि के लिए बीमा कवरेज प्रदान करती है। डिजिटल पहल और तकनीकी सुधारों के माध्यम से योजना को और अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाया गया है। किसान इस योजना का लाभ उठाकर अपनी फसलों को सुरक्षित कर सकते हैं और आर्थिक रूप से सशक्त बन सकते हैं।
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