जानिए कैसे PLI 2.0 और MSME समर्थन से 2025 में उद्योगों में नई ऊर्जा आ रही है—ग्रीन टेक्नोलॉजी, टेक्टेक्सटाइल MSMEs, इलेक्ट्रॉनिक उत्पादन और आसान ऋण जैसी प्रमुख पहलें अब व्यापक लाभ पहुंचा रही हैं।
भारत सरकार ने PLI (Production Linked Incentive) स्कीम में व्यापक परिवर्तन किए हैं, जिससे MSME (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) क्षेत्र में नई उम्मीदें जग रही हैं। आइए जानें इन बदलावों से 2025 में उद्योगों पर क्या प्रभाव देखने को मिल रहा है:
1. PLI स्कीम का विस्तार और ग्रीन इंडस्ट्रीज़ में समर्थन
2025–26 के बजट में PLI की श्रेणियों में हरित और क्लीन टेक्नोलॉजी को शामिल कर उद्योगों को स्थायी विकास की दिशा में आगे बढ़ने का रास्ता दिया गया है
साथ ही, सीक्वेंशल ऐनिवर्सरी निधि वृद्धि हुई—₹8,520 करोड़ से बढ़कर ₹16,092 करोड़ हुई। इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र को सबसे अधिक लाभ मिला
2. MSMEs को विशेष अवसर
सरकार ने MSME-संबंधित श्रमिक-आधारित उद्योगों के लिए PLI स्कीम में विशेष प्रावधान किए हैं—जिससे उन संस्थानों को सीधे मदद मिल सके जो रोजगार सृजन में योगदान दे रहे हैं
वर्तमान में सब्सिडी का क्वार्टरली रिलीज का नियम लागू हो रहा है, जिससे पैसों का प्रवाह तेज़ हो और छोटे उद्योगों को समय पर सहायता मिले
3. टेक्सटाइल MSMEs के लिए PLI 2.0
PLI 2.0 का लक्षित विस्तार पहले टेक्सटाइल क्षेत्र में होने की संभावना है, जो छोटे और मध्यम उद्यमों को अधिक सशक्त बनाने में प्रभावी कदम साबित होगा। इस स्कीम को कपड़ों, घरेलू टेक्सटाइल, और कॉटन-आधारित उद्योगों तक विस्तारित करने की योजना है, जहां निवेश सीमा ₹15–45 करोड़ प्रस्तावित की गई है
Tiruppur एक्सपोर्टर्स ने इस विषय पर सरकार को प्रस्ताव भी भेजा है
4. इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में आत्मनिर्भरता बढ़ी
नया PLI स्कीम, ₹25,000 करोड़ की परिव्यय योजना के तहत इलेक्ट्रॉनिक घटकों जैसे बैटरियाँ, डिस्प्ले मॉड्यूल्स, कैमरा मॉड्यूल आदि के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। इससे आध्यात्मिक आत्मनिर्भरता में सुधार होगा और आयात निर्भरता कम होगी
5. MSME क्षेत्र में वित्तीय आसानियाँ

सरकार ने CGTMSE के माध्यम से कुछ महत्वपूर्ण वित्तीय सुधार किए हैं—MSMEs के लिए 5 करोड़ तक के कोलैटरल-फ्री लोन पर 90% तक गारंटी और गारंटी शुल्क में कमी जैसे सुझाव दिए गए हैं
इसके अलावा, pre- और post-shipment क्रेडिट पर ब्याज समानता योजना को भी विस्तार करने की मांग की गई है
सारांश तालिका
पहल | विवरण |
---|---|
PLI ग्रीन और क्लीन टेक्नोलॉजी तक विस्तार | PLI स्कीम अब टिकाऊ निर्माण और ईवी आदि को शामिल करती है |
MSME विशेष प्रावधान | श्रमिक-आधारित उद्योगों के लिए विशेष कैरेक्टर और आसान डिस्ट्रीब्यूशन |
PLI 2.0 – टेक्सटाइल फोकस | कपड़ा MSMEs को लक्षित नई श्रेणियाँ और कम निवेश सीमा |
इलेक्ट्रॉनिक घटकों का स्थानीय उत्पादन | ₹25,000 करोड़ PLI से भागीदार MSME सुधार |
फाइनेंस और गारंटी सुधार | SME को आसान ऋण और ब्याज में राहत |
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