Ola Electric के Q1 FY26 नतीजों में EBITDA पॉज़िटिविटी और संचालन में सुधार की खबर के बीच शेयरों में 17–20% की तेजी दर्ज की गई। जानिए इस उछाल के पीछे की असली वजहें।
📅 नवीनतम अपडेट (14 जुलाई 2025)
Ola Electric ने जून तिमाही (Q1 FY26) में ₹428 करोड़ का नेट लॉस दर्ज किया, जो पिछले साल की तुलना में बढ़ा (₹347 करोड़ → ₹428 करोड़)। हालांकि, कंपनी ने Sequential बेसिस पर घाटे को घटाया — मार्च में ₹870 करोड़ की तुलना में जून में धीरे-धीरे सुधार आया
➕ क्यों शेयरों में उछाल?
- ऑपरेशनल सुधार:
- ऑटो व्यवसाय ने जून में पहली बार EBITDA पॉज़िटिविटी हासिल की — Q4 FY25 की -90.6% से सुधरकर अब -11.6%
- क़ीमत में वृद्धि:
- जून तिमाही की आय ₹611 करोड़ → ₹828 करोड़ बढ़ी (+35.5%)
- मूल्य दक्षता:
- “Project Lakshya” की मदद से मासिक ऑपरेशंस खर्च ₹178 करोड़ → ₹105 करोड़ हुआ
- भविष्य का वादा:
- FY26 के अंत तक ग्रॉस मार्जिन को 35–40% लाने की योजना
📊 शेयर की प्रतिक्रिया
- BSE/NSE पर शेयरों में 17–20% की तेज़ी देखी गई, ₹39.6 से ₹47.7 तक की छलांग
- यह सर्वाधिक इंट्राडे लिफ्ट था, जिसने पाँच दिन की गिरावट को तोड़ दिया ।
🔍 विश्लेषण एवं निष्कर्ष
- घाटे के बावजूद ऑपरेशनल सुधार ने निवेशकों को भरोसा दिया।
- बेहतर आय + लागत में कटौती = बेहतर भविष्य की संभावनाएं।
- टर्नअराउंड का संकेत — इससे निवेशकों का विश्वास बढ़ा।
- हालांकि क्षतिपूर्ति अभी अधूरा है, लेकिन सुधार की दिशा स्पष्ट है।
✅ निष्कर्ष
Ola Electric ने Q1 FY26 के नतीजों से स्पष्ट संकेत दिया कि कंपनी EBITDA पॉज़िटिव हो रही है और ग्रॉस मार्जिन सुधार रहा है — यही वह भरोसा था जिसने 17–20% तक शेयर को धक्का दिया।
निवेश रणनीति: यदि यह सुधार जारी रहता है और FY26 के अंत तक ग्रॉस मार्जिन 35–40% तक पहुँचता है, तो शेयर लम्बी अवधि के लिए निवेश करने लायक हो सकता है।
Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के विचार हैं, न कि न्यूज़ जागरण के। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि वे कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से सलाह लें।
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