2025 में MSMEs के लिए सरकारी योजनाओं और लाभों की पूरी जानकारी। जानें कैसे CGTMSE, मुद्रा योजना, PMVKSY, और डिजिटल सशक्तिकरण के जरिए छोटे व्यवसाय बढ़ सकते हैं।
2025 में भारतीय MSME (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) क्षेत्र के लिए सरकार ने कई नई योजनाएँ और सुधार पेश किए हैं। इन उपायों का उद्देश्य छोटे व्यवसायों को वित्तीय सहायता, कौशल विकास और वैश्विक बाजार में विस्तार के अवसर प्रदान करना है। इस ब्लॉग में हम MSMEs के लिए महत्वपूर्ण सरकारी समर्थन, लाभ और वृद्धि के टिप्स पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
1. उधार गारंटी योजना (CGTMSE) का विस्तार
- सरकार ने MSMEs के लिए ₹10 करोड़ तक की गारंटी प्रदान की है, जिससे लगभग ₹1.5 लाख करोड़ की अतिरिक्त वित्तीय सहायता उपलब्ध है।
- माइक्रो उद्यमों के लिए 85% और अन्य MSMEs के लिए 75% तक गारंटी।
- MSME क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ₹10 लाख तक की कार्यशील पूंजी बिना पुनः आवेदन के उपलब्ध।
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2. प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना (PMVKSY)
- पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को ₹500 दैनिक भत्ता, ₹15,000 तक का टूल किट वाउचर, और 5% ब्याज दर पर बिना गारंटी के ऋण।
- विपणन सहायता और दस्तावेजीकरण की सुविधा भी उपलब्ध।
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3. उधम पंजीकरण और डिजिटल सशक्तिकरण
- उधम पंजीकरण पोर्टल के जरिए MSMEs को पंजीकरण की सुविधा।
- डिजिटल प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता से व्यवसाय की कार्यकुशलता में सुधार।
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4. मुद्रा योजना और स्टैंड-अप इंडिया 2.0
- मुद्रा योजना: छोटे ऋण ₹20 लाख तक।
- स्टैंड-अप इंडिया 2.0: SC/ST और महिला उद्यमियों के लिए ₹2 करोड़ तक का ऋण।
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5. भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौता (FTA)
- MSMEs को निर्यात के नए अवसर मिल रहे हैं।
- वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने का सुनहरा मौका।
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MSME क्षेत्र के लिए विकासात्मक कदम
- निर्यात और आयात क्षमता में वृद्धि: ओडिशा सरकार ने समुद्री और हवाई मालवाहन सुविधाओं को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया।
- इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण केंद्र: मध्य प्रदेश ने भोपाल में नया केंद्र स्थापित किया।
- बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) कार्यशाला: बिहार में नवाचार और IP प्रशिक्षण के लिए कार्यशालाएँ।
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MSMEs के लिए सुझाव:
- सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएँ: CGTMSE, PMVKSY और अन्य योजनाओं से सहायता लें।
- डिजिटल सशक्तिकरण: अपने व्यवसाय को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाकर प्रतिस्पर्धा बढ़ाएँ।
- निर्यात अवसरों का उपयोग: भारत-यूके FTA जैसे समझौतों का लाभ उठाएँ।
- स्थानीय संसाधनों का उपयोग: कारीगरों और शिल्पकारों के साथ साझेदारी करके उत्पादों की गुणवत्ता और विविधता बढ़ाएँ।
निष्कर्ष:
2025 में MSMEs के लिए सरकारी योजनाओं और लाभों का सही उपयोग व्यवसाय की वृद्धि और सफलता की कुंजी है। डिजिटल तकनीक, कौशल प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता और वैश्विक बाजार में अवसरों का लाभ उठाकर छोटे व्यवसाय बड़ी उपलब्धियाँ हासिल कर सकते हैं।
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