मुंबई में MNS उपाध्यक्ष जावेद शेख के बेटे राहिल शेख ने मद्यपान में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर राजश्री मोरे की गाड़ी को टक्कर मारी और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। वीडियो वायरल, FIR दर्ज और राजनीतिक उठापटक तेज़।
Contents
🧠 घटना का पूरा परिदृश्य
- कब और कहाँ: रविवार देर रात, अंधेरी वेस्ट, मुम्बई
- घटना: राहिल शेख, MNS नेता जावेद शेख का बेटा, अपनी SUV से राह चलती हुई महिला सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर राजश्री मोरे की गाड़ी को मद्यपान में दोहराई, फिर महिला को गालियाँ दीं और धमकाया
- मुकदमा दर्ज: वाहनों को नुकसान पहुँचाने, नशे में ड्राइविंग, महिला की गरिमा भंग करने और महाराष्ट्र न्युन्स प्रणाली के उल्लंघन में FIR दर्ज की गई ।
- गिरफ्तारी: राहिल शेख को पुलिस ने हिरासत में लेकर मेडिकल जांच के लिए भेजा और SUV जब्त कर ली ।
🌪️ विवादित वीडियो और सोशल मीडिया प्रतिक्रियाएँ
- वीडियो में राहिल मद्यपान में और आधो नग्न अवस्था में महिला से कहते दिखता है, “क्या तुम जानती हो मैं कौन हूँ? मेरा बाप कौन है? मैं MNS से हूँ; मुआवज़ा लेने के लिए राज ठाकरे के यहाँ जाओ।”
- वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने MNS को आड़े हाथों लिया और सवाल उठाया कि क्या मराठी अस्मिता का यही चेहरा है?
🧩 राजनीतिक और विधिक दिशा
- महाराष्ट्र मंत्री नीतीश राणे ने आरोप लगाया कि MNS इस मामले में कार्रवाई नहीं करेगी क्योंकि आरोपी ‘शेख’ है। उन्होंने इसे धार्मिक और राजनीतिक पक्षपात बताया
- पोस्ट-इन्फ्लुएंसर प्रतिक्रिया: राजश्री मोरे ने कहा कि उन्हें डर लग रहा है और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है
- जनता और सामाजिक मंचों पर व्यापक नाराज़गी, खासकर प्रवासी व मराठी एकता पर उठ रहे सवालों को लेकर ।
📌 निष्कर्ष
यह मामला सिर्फ एक सड़क हादसे का नहीं, बल्कि राजनीतिक प्रभाव, नशा-प्रत्येक व्यवहार और सामाजिक असमानता पर गंभीर सवाल उठाता है।
MNS और जावेद शेख पर जनता के बीच दबाव बढ़ गया है—क्या MNS सुनियोजित कदम उठाएगी या मामला शांत हो जाएगा?
राजश्री मोरे की शिकायत पर न्याय होगा या इन्फ्लुएंसर को ही चुप कर दिया जाएगा?
आप क्या सोचते हैं?
- क्या MNS द्वारा निष्पक्ष कार्रवाई होनी चाहिए?
- राजनीति और सामाजिक जिम्मेदारियों में क्या सीमाएं होनी चाहिए?
कृपया कमेंट में अपने विचार साझा करें!
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