बेलगावी जिले में नौकरी के नाम पर चल रहे ठगी के रैकेट का खुलासा हुआ है। व्हिसलब्लोअर जयंत तिनायक ने 16 मामलों का पर्दाफाश किया है, जिसमें उम्मीदवारों से लाखों रुपये की ठगी की गई। पुलिस विभाग पर आरोप है कि वे आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
बेलगावी में नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी: एक खुलासा
बेलगावी जिले में एक बड़ा नौकरी ठगी रैकेट सामने आया है, जिसमें कम से कम 16 उम्मीदवारों से लाखों रुपये की ठगी की गई है। व्हिसलब्लोअर और सामाजिक कार्यकर्ता जयंत तिनायक ने इस मामले का खुलासा किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस विभाग इस मामले में कार्रवाई करने में विफल रहा है और आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
ठगी का तरीका:
तिनायक के अनुसार, ठगी करने वाले गिरोह ने उम्मीदवारों को सरकारी नौकरी के नाम पर नियुक्ति पत्र जारी किए, जिसमें सरकारी मुहर और मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर के हस्ताक्षर भी थे। इन नियुक्ति पत्रों के आधार पर उम्मीदवारों से लाखों रुपये की वसूली की गई। हालांकि, बाद में यह नियुक्तियां फर्जी साबित हुईं।
पुलिस की निष्क्रियता:
तिनायक ने आरोप लगाया कि पुलिस विभाग ने इस मामले में कोई गंभीर कदम नहीं उठाया है। उन्होंने बताया कि पीड़ितों ने संबंधित पुलिस थानों में शिकायतें दर्ज करवाईं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे यह संदेह उत्पन्न होता है कि इस रैकेट में प्रभावशाली लोग भी शामिल हो सकते हैं।
पीड़ितों की स्थिति:
पीड़ितों ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, गृह मंत्री परमेश्वरा, पुलिस महानिरीक्षक, और अन्य अधिकारियों से भी शिकायत की थी, लेकिन अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। कव्या जी यल्लूर, एक पीड़िता, ने भी इस मामले में अपनी आवाज उठाई है।
निष्कर्ष:
यह मामला सरकारी नौकरी के नाम पर चल रहे ठगी के रैकेट की गंभीरता को दर्शाता है। सरकार और पुलिस विभाग को इस मामले में शीघ्र और प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
नोट: इस ब्लॉग में उल्लिखित जानकारी Times of India के लेख “Whistleblower exposes fraud job racket in Belagavi district” से ली गई है। The Times of India
Also Read;
मोहनाली में शिक्षक और Powercom कर्मचारी एक साथ सड़क पर—लंबित मांगों को लेकर जोरदार विरोध