भारत के धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर में जन्माष्टमी का पर्व अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। वर्ष 2025 में यह पर्व शनिवार, 16 अगस्त को मनाया जाएगा, जो भगवान श्री कृष्ण की 5,252वीं जयंती के रूप में मनाई जाएगी। मथुरा और वृंदावन, जो भगवान कृष्ण के जन्म और बाल्यकाल से जुड़े स्थल हैं, इस अवसर पर विशेष रूप से सजते हैं और भक्तों के लिए अद्वितीय अनुभव प्रस्तुत करते हैं।
🏛️ प्रमुख मंदिरों में विशेष आयोजन
1. श्री कृष्ण जन्मभूमि (मथुरा):
यह वही स्थान है जहाँ भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। यहाँ रात 11 बजे से विशेष पूजा-अर्चना आरंभ होगी, जिसमें गणेश पूजा और नवग्रह पूजन शामिल हैं। मुख्य अभिषेक कार्यक्रम रात 12 बजे से प्रारंभ होगा।
2. बांके बिहारी मंदिर (वृंदावन):
यह मंदिर विशेष रूप से अपनी मंगला आरती के लिए प्रसिद्ध है, जो जन्माष्टमी के दिन विशेष रूप से आयोजित की जाती है। मंदिर को आकर्षक फूलों और दीपों से सजाया जाता है, और भक्तों के लिए विशेष भोग अर्पित किया जाता है।
3. ISKCON वृंदावन:
यहाँ पर विशेष अभिषेक, कीर्तन, कृष्ण लीला, मध्यरात्रि आरती और सेवा के अवसर प्रदान किए जाते हैं। भक्तों के लिए यह एक अद्वितीय आध्यात्मिक अनुभव होता है।
🎭 सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम
- रासलीला: वृंदावन और मथुरा में विभिन्न स्थानों पर रासलीला का आयोजन होता है, जिसमें भगवान कृष्ण के बाल्यकाल की लीलाओं का मंचन किया जाता है।
- झाँकी: मथुरा शहर में विभिन्न मंदिरों और गलियों में भगवान कृष्ण की जीवन घटनाओं की झाँकियाँ सजाई जाती हैं, जो भक्तों को आकर्षित करती हैं।
- भजन संध्या और कीर्तन: शाम के समय विभिन्न स्थानों पर भजन संध्या और कीर्तन आयोजित होते हैं, जहाँ भक्त श्री कृष्ण के भजनों में लीन होते हैं।
🛕 यात्रा और सुरक्षा व्यवस्था
मथुरा और वृंदावन में लाखों भक्तों के आगमन की संभावना को देखते हुए, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। 3,000 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है, और सोशल मीडिया की निगरानी भी की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना है।
📌 महत्वपूर्ण समय
- मध्यरात्रि पूजा (निशिता काल): रात 12:04 बजे से 12:47 बजे तक।
- पारण (व्रत तोड़ने का समय): सुबह 5:51 बजे के बाद।
यदि आप इस वर्ष जन्माष्टमी के अवसर पर मथुरा और वृंदावन की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो उपरोक्त जानकारी आपके लिए सहायक सिद्ध होगी। ध्यान रखें कि भीड़-भाड़ से बचने के लिए समय पर यात्रा की योजना बनाएं और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।
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