दुनिया भर में जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण की बढ़ती समस्या को देखते हुए ग्रीन टेक्नोलॉजी स्टार्टअप्स (Green Tech Startups) अब ऊर्जा और पर्यावरणीय समाधान के केंद्र में आ चुके हैं। 2025 में ये स्टार्टअप्स कार्बन कटौती, रिन्यूएबल एनर्जी, बैटरी स्टोरेज, बायोडिग्रेडेबल मटीरियल और ग्रीन हाइड्रोजन जैसे क्षेत्रों में बड़े बदलाव ला रहे हैं।
🔹 क्यों ज़रूरी हैं ग्रीन टेक स्टार्टअप्स?
- कार्बन उत्सर्जन कम करने में मदद।
- सतत विकास और क्लीन एनर्जी का समर्थन।
- इनोवेशन के जरिए रोजगार और नई इंडस्ट्रीज़ का निर्माण।
- वैश्विक निवेशकों के लिए नया आकर्षण।
🔹 2025 के प्रमुख ग्रीन टेक स्टार्टअप्स और उनके इनोवेशन

1. Greenlyte Carbon Technologies (जर्मनी)
- फोकस: वायुमंडल से CO₂ कैप्चर और ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन।
- फंडिंग: €20M+ जुटाए, 2025 में €25M का नया ग्रांट।
2. Exowatt (यूएसए)
- फोकस: एआई आधारित 24×7 सोलर पावर सप्लाई, खासकर डेटा सेंटर्स के लिए।
- फंडिंग: 2025 में $90M तक निवेश जुटाया।
3. Skeleton Technologies (यूरोप)
- फोकस: ग्राफीन आधारित सुपरकैपेसिटर और उन्नत ऊर्जा स्टोरेज।
- फंडिंग: €300M से अधिक यूरोपियन इन्वेस्टमेंट बैंकों से।
4. Greenly (फ्रांस)
- फोकस: SaaS प्लेटफ़ॉर्म जो कंपनियों को कार्बन अकाउंटिंग में मदद करता है।
- फंडिंग: लगभग $75M जुटाए।
5. Northvolt (स्वीडन)
- फोकस: इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए लो-कार्बन बैटरियाँ।
- फंडिंग: $2.8B से अधिक का निवेश प्राप्त।
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🔹 भारत में उभरते ग्रीन टेक स्टार्टअप्स

भारत में भी कई स्टार्टअप्स ग्रीन इनोवेशन को नई दिशा दे रहे हैं:
- Proklean (चेन्नई): बायो-केमिकल सॉल्यूशन; $5.3M फंडिंग।
- Recykal (हैदराबाद): ई-वेस्ट मैनेजमेंट SaaS; $13.5M जुटाए।
- Ecozen: क्लाइमेट-स्मार्ट सॉल्यूशन; $23M की फंडिंग।
- Ossus Biorenewables (बैंगलोर): ग्रीन हाइड्रोजन सॉल्यूशन; $2.4M प्री-सीरीज़ A।
- Lohum (दिल्ली): बैटरी रीसाइक्लिंग; $44M से अधिक फंडिंग।
- Fasal (बैंगलोर): AI आधारित एग्री-टेक क्लाइमेट सॉल्यूशन; $12M Series A।
🔹 फंडिंग ट्रेंड्स 2025

- क्लाइमेट टेक में बूम: Fusion, Hydrogen और Battery Storage में अरबों डॉलर का निवेश।
- यूरोप आगे: अमेरिकी पॉलिसी अनिश्चितता के बीच यूरोप क्लाइमेट टेक हब बन रहा है।
- भारत में ग्रीन फाइनेंस: SBI और AFD ने €100M ग्रीन फाइनेंस लाइन ऑफ़ क्रेडिट लॉन्च की।
- सस्टेनेबल पैकेजिंग: Xampla (UK) ने $14M जुटाए बायोडिग्रेडेबल प्रोटीन पैकेजिंग के लिए।
📊 ग्रीन टेक स्टार्टअप्स का असर
क्षेत्र | इनोवेशन | असर |
---|---|---|
कार्बन कैप्चर | Greenlyte, Ossus | उत्सर्जन घटाना |
बैटरी व स्टोरेज | Skeleton, Lohum, Northvolt | EV और ग्रिड स्थिरता |
क्लीन पावर | Exowatt, Ecozen | डाटा सेंटर और ग्रामीण बिजली |
वेस्ट मैनेजमेंट | Recykal | ई-वेस्ट समाधान |
पैकेजिंग व मटीरियल | Xampla, Proklean | सिंगल-यूज़ प्लास्टिक विकल्प |
✨ निष्कर्ष
2025 में ग्रीन टेक स्टार्टअप्स सिर्फ क्लाइमेट सॉल्यूशन ही नहीं बल्कि नए बिज़नेस अवसर भी दे रहे हैं। भारत से लेकर यूरोप और अमेरिका तक, निवेशक अब क्लाइमेट-फ्रेंडली इनोवेशन में अरबों डॉलर लगा रहे हैं। आने वाले समय में ग्रीन फाइनेंस और इनोवेशन ही ग्लोबल इकोनॉमी की रीढ़ बनेंगे।
❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
1. ग्रीन टेक स्टार्टअप्स क्या होते हैं?
👉 ऐसे स्टार्टअप्स जो क्लाइमेट चेंज, प्रदूषण और ऊर्जा संकट जैसी समस्याओं का समाधान देने के लिए नई तकनीक (जैसे – रिन्यूएबल एनर्जी, बैटरी स्टोरेज, वेस्ट मैनेजमेंट, ग्रीन हाइड्रोजन आदि) विकसित करते हैं।
2. 2025 में ग्रीन टेक में सबसे ज्यादा निवेश किन क्षेत्रों में हो रहा है?
👉 बैटरी स्टोरेज, ग्रीन हाइड्रोजन, कार्बन कैप्चर, फ्यूज़न एनर्जी और सस्टेनेबल पैकेजिंग में सबसे ज्यादा निवेश हो रहा है।
3. भारत के प्रमुख ग्रीन टेक स्टार्टअप्स कौन-कौन से हैं?
👉 भारत के टॉप ग्रीन टेक स्टार्टअप्स में Ecozen, Recykal, Lohum, Ossus Biorenewables, Proklean, Fasal आदि शामिल हैं।
4. क्या ग्रीन टेक स्टार्टअप्स में निवेश करना सुरक्षित है?
👉 यह एक हाई-ग्रोथ सेक्टर है, लेकिन शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स में जोखिम भी अधिक होता है। लंबे समय में ग्रीन टेक निवेश लाभदायक और सतत विकास वाला विकल्प माना जा रहा है।
5. ग्रीन टेक स्टार्टअप्स से आम जनता को क्या लाभ होगा?
👉 ये स्टार्टअप्स रोज़मर्रा की जिंदगी में बदलाव लाएँगे, जैसे –
- सस्ती और स्वच्छ बिजली,
- कम प्रदूषण,
- बेहतर रीसाइक्लिंग,
- इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए बैटरी समाधान,
- सस्टेनेबल पैकेजिंग।
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