2026 में गोल्ड निवेश कैसे करें? जानें सोना, डिजिटल गोल्ड और सोवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) के फायदे-नुकसान और आपके लिए सही विकल्प।
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सोना हमेशा से भारतीय निवेशकों की पहली पसंद रहा है। लेकिन 2026 में गोल्ड में निवेश करने के कई विकल्प मौजूद हैं – फिजिकल गोल्ड (सोना), डिजिटल गोल्ड और सोवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB)। सही विकल्प चुनने से पहले इनके फायदे और नुकसान जानना ज़रूरी है।
1. फिजिकल गोल्ड (Physical Gold)
✅ फायदे
- परंपरागत और आसानी से स्वीकार्य
- गहनों के रूप में इस्तेमाल
- इमरजेंसी में तुरंत बेच सकते हैं
❌ नुकसान
- मेकिंग चार्ज और GST
- चोरी और स्टोरेज रिस्क
- लंबी अवधि में रिटर्न कम
2. डिजिटल गोल्ड (Digital Gold)
✅ फायदे
- मोबाइल ऐप/Wallet से आसानी से खरीद-बिक्री
- 24K शुद्ध गोल्ड की गारंटी
- छोटे अमाउंट (₹10 से) निवेश संभव
❌ नुकसान
- SEBI/NSE जैसी कोई रेगुलेटरी बॉडी नहीं
- स्टोरेज पार्टनर पर भरोसा करना पड़ता है
- लंबी अवधि के लिए सुरक्षित नहीं
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3. सोवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB)
✅ फायदे
- गारंटीड ब्याज (2.5% सालाना) + गोल्ड प्राइस का फायदा
- RBI और सरकार द्वारा समर्थित
- टैक्स बेनिफिट्स (8 साल बाद कैपिटल गेन टैक्स छूट)
- डिजिटल और सुरक्षित निवेश
❌ नुकसान
- 5 से 8 साल की लॉक-इन अवधि
- तुरंत बेचने पर liquidity issue
- शुरुआती निवेशकों को कम फ्लेक्सिबल लगेगा
2026 में सबसे बेहतर विकल्प?
- शॉर्ट टर्म और गहनों के लिए – फिजिकल गोल्ड
- स्मार्टफोन से छोटे निवेश के लिए – डिजिटल गोल्ड
- लॉन्ग टर्म, टैक्स सेविंग और सुरक्षित रिटर्न के लिए – सोवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB)
👉 अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं तो SGB सबसे सुरक्षित और लाभकारी विकल्प है।
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