भारत सरकार ने 2026 के लिए एक बड़ा कदम उठाया है — राष्ट्रीय रोजगार-लिंक्ड प्रोत्साहन योजना (Employment-Linked Incentive Scheme)। इस योजना का उद्देश्य देश में 35 लाख नई नौकरियाँ पैदा करना और उद्योगों को रोजगार सृजन के लिए प्रोत्साहित करना है।
🔹 योजना का मुख्य उद्देश्य

इस योजना का मकसद है कि जो कंपनियाँ नए कर्मचारियों की भर्ती करेंगी, उन्हें सरकार की तरफ से आर्थिक प्रोत्साहन (Incentive) दिया जाएगा। इससे न सिर्फ रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि देश में औद्योगिक उत्पादन और स्किल डेवलपमेंट को भी बढ़ावा मिलेगा।
🔹 योजना की प्रमुख बातें (Key Highlights)

- 🎯 लक्ष्य: 35 लाख नई नौकरियाँ 2026 तक
- 🏢 लाभार्थी: निजी कंपनियाँ, MSMEs और स्टार्टअप्स
- 💸 प्रोत्साहन राशि: प्रति नए कर्मचारी पर वेतन के अनुसार सरकार की ओर से सब्सिडी
- 📅 अवधि: 2026-2030 के बीच चरणबद्ध तरीके से लागू
- 🎓 स्किल ट्रेनिंग: नई नियुक्तियों के लिए स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम्स
- 🌐 डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम: सभी नियुक्तियों का ऑनलाइन पंजीकरण
🔹 कैसे काम करेगी यह योजना?

- कंपनियाँ सरकार के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करेंगी।
- नए कर्मचारियों की भर्ती का डेटा EPFO/ESIC के माध्यम से सत्यापित होगा।
- सरकार योग्य कंपनियों को प्रोत्साहन राशि (Incentive) देगी।
- भर्ती और भुगतान पूरी तरह डिजिटल सिस्टम से ट्रैक होगा।
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🔹 किसे मिलेगा लाभ?

- 👨🏭 मैन्युफैक्चरिंग और औद्योगिक सेक्टर
- 👩💻 IT, टेक्नोलॉजी और सर्विस सेक्टर
- 🏢 MSMEs और स्टार्टअप्स
- 🧰 स्किल्ड और सेमी-स्किल्ड युवाओं को
🔹 सरकार की अपेक्षित उपलब्धियाँ

- बेरोजगारी दर में बड़ी गिरावट
- ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रोजगार संतुलन
- “Make in India” और “Digital India” मिशनों को बढ़ावा
- MSME सेक्टर में नई ऊर्जा और विकास
🔹 युवाओं के लिए फायदे

- स्किल ट्रेनिंग के साथ रोजगार
- बेहतर सैलरी स्ट्रक्चर
- डिजिटल रोजगार पंजीकरण
- भविष्य में EPF और सामाजिक सुरक्षा लाभ
🔹 निष्कर्ष

राष्ट्रीय रोजगार-लिंक्ड प्रोत्साहन योजना 2026 भारत के युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है। यह सिर्फ रोजगार नहीं, बल्कि आर्थिक आत्मनिर्भरता और औद्योगिक विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है। आने वाले वर्षों में यह योजना भारत को रोजगार-समृद्ध अर्थव्यवस्था की ओर ले जाएगी।
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