Digital India Initiatives 2025 के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में तेज़ इंटरनेट, डिजिटल सेवाओं तक आसान पहुंच और ऑनलाइन शिक्षा-स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। जानें कैसे यह योजना ग्रामीण डिजिटल कनेक्टिविटी को मजबूत बना रही है।
1. BharatNet द्वारा ग्रामीण ब्रॉडबैंड की क्रांति
BharatNet परियोजना का Phase-II ग्रामीण भारत में तेज़ी से फैल रहा है। 2.14 लाख ग्राम पंचायतें अब ब्रॉडबैंड के लिए सेवा-तैयार हो चुकी हैं, 11.74 लाख FTTH (Fiber-to-the-Home) कनेक्शंस स्थापित हो चुके हैं।
2. National Broadband Mission 2.0 (NBM 2.0)
जनवरी 2025 में शुरू किए गए NBM 2.0 का लक्ष्य है 1.7 लाख अकेवरेज वाले गांवों को जोड़ना, ग्रामीण क्षेत्रों में न्यूनतम 100 Mbps की इंटरनेट स्पीड सुनिश्चित करना, और 90% Anchor Institutions (स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र, पंचायत कार्यालय आदि) को कनेक्ट करना।
3. GatiShakti Sanchar पोर्टल के माध्यम से RoW अनुमोदन में तेजी
GatiShakti Sanchar पोर्टल ने Right-of-Way अनुमोदनों को सरल और तेज़ बनाकर, ऑप्टिकल फाइबर और मोबाइल टावर्स की स्थापना और परियोजना गति को बढ़ाया है। टेलिकॉम अधिनियम और नए नियमों ने इसे और सुदृढ़ किया है।
4. DBN (डिजिटल भारत निधि) और NABARD का सहयोग
DBN ने NABARD के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया है, जिसके तहत ग्रामीण वित्तीय संस्थाओं जैसे कृषि क्रेडिट सोसायटी और ग्रामीण बैंकें अब ब्रॉडबैंड से कनेक्ट हो रही हैं, जिससे डिजिटल सेवाओं का प्रभाव व्यापक होगा।
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5. मोबाइल नेटवर्क कवरेज में विस्तार
BSNL नक्सल प्रभावित एवं दूर-दराज क्षेत्रों में डिजिटल समावेशन बढ़ाने के लिए 400 नए मोबाइल टावर लगाने जा रही है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में 4G सेवाओं की पहुँच मजबूत होगी।
6. सैटेलाइट इंटरनेट – Starlink भारत में प्रवेश
IN-SPACe ने Starlink को लाइसेंस जारी किया है, जिससे ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में तेज़ और विश्वसनीय इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी। यह Digital India दृष्टिकोण में एक बड़ा कदम है।
7. Sanchar Saathi ऐप: सुरक्षा और ट्रांसपेरेंसी
Sanchar Saathi ऐप ने धोखाधड़ी के खिलाफ मोबाइल सुरक्षा को बढ़ावा दिया है—उपयोगकर्ता संदिग्ध कॉल और संदेश रिपोर्ट कर सकते हैं, मोबाइल कनेक्शन से जुड़ी जानकारी देख सकते हैं, और खोया/चोरी हुआ हैंडसेट ट्रेस/ब्लॉक कर सकते हैं।
8. डिजिटल साक्षरता और सेवा वितरण

CSC पोर्टलों और PMGDISHA कार्यक्रमों के माध्यम से करोड़ों ग्रामीण नागरिकों को डिजिटल साक्षरता दी गई है, जिससे वे ई-गवर्नेंस, बैंकिंग, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक ऑनलाइन पहुँच बना सके।
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