वरिष्ठ अभिनेता-निर्देशक धीरज कुमार का 79 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। pneumonia के चलते उन्हें ICU में भर्ती किया गया था। जानिए उनके जीवन, करियर और टीवी इंडस्ट्री में योगदान के बारे में इस ब्लॉग में।
🔴 लेटेस्ट अपडेट:
टीवी और फिल्म इंडस्ट्री के अनुभवी अभिनेता-निर्देशक धीरज कुमार का निधन हो गया है। वे pneumonia के कारण मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में ICU में भर्ती थे। परिवार के अनुसार उन्होंने 79 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली।
🎬 धीरज कुमार का करियर:
- करियर की शुरुआत 1965 में टैलेंट हंट जीतकर की थी, जिसमें उन्होंने राजेश खन्ना और सुभाष घई जैसे दिग्गजों के साथ हिस्सा लिया था।
- उन्होंने ‘रोटी कपड़ा और मकान’, ‘क्रांति’, ‘हीरा पन्ना’, ‘सरगम’ और कई पंजाबी फिल्मों में भी अहम भूमिकाएँ निभाईं।
- उन्होंने 21 से अधिक पंजाबी फिल्मों में काम किया और हिंदी फिल्मों में सहायक भूमिकाओं में नाम कमाया।
🛕 टीवी और प्रोडक्शन में योगदान:
- 1986 में ‘Creative Eye Ltd.’ नाम की प्रोडक्शन कंपनी की शुरुआत की।
- इसके तहत कई ऐतिहासिक और पौराणिक धारावाहिक बनाए गए जैसे:
- ‘ओम नमः शिवाय’
- ‘जय संतोषी माँ’
- ‘श्री गणेश’
- ‘घर की लक्ष्मी बेटियाँ’
- धार्मिक धारावाहिकों की पहचान बनने वाले धीरज कुमार को “spiritual television content के जनक” के रूप में जाना गया।
🏥 अस्पताल में भर्ती से पहले अंतिम सार्वजनिक उपस्थिति:
कुछ दिनों पहले धीरज कुमार ISKCON खारघर मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में उपस्थित हुए थे, जहाँ उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के सनातन संस्कृति के प्रचार की सराहना की थी। उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर में उन्हें आत्मिक शांति की अनुभूति हुई।
🕯️ मनोरंजन जगत में शोक की लहर:
- उनके निधन की खबर से टीवी और फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर है।
- कई सेलेब्रिटीज़ और कलाकारों ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
🔚 निष्कर्ष:
धीरज कुमार का जीवन एक प्रेरणा है – एक अभिनेता, निर्देशक, और निर्माता के रूप में उन्होंने भारतीय मनोरंजन जगत को नई दिशा दी। उनकी रचनाएँ आने वाले वर्षों तक याद रखी जाएंगी।
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