IREDA का Q1FY26 शुद्ध मुनाफा 36% गिरकर ₹247 करोड़ रहा, जबकि ब्याज आय में 29% की बढ़त दर्ज हुई। सरकार ने इसके बॉन्ड्स को टैक्स छूट देने का ऐलान किया है, जिससे निवेशकों को बड़ी राहत मिल सकती है।
📉 Q1FY26 में मुनाफ़ा 36% गिरा
- IREDA ने FY26 की पहली तिमाही में ₹247 करोड़ का standalone शुद्ध मुनाफा दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि के ₹384 करोड़ से 36% कम है। इससे कंपनी के शेयरों में आज सुबह 6.2% तक गिरावट देखी गई, जो BSE पर ₹159.05 तक पहुंचा
📈 बढ़ी ब्याज आय

- हालांकि, एजेंसी की interest income 29% बढ़कर ₹1,909 करोड़ हो गई (पिछले वर्ष ₹1,483 करोड़), प्रदर्शित करता है कि ऋण पोर्टफोलियो मजबूत बना हुआ है
💵 बॉन्ड धारकों के लिए तोहफा: टैक्स-छूट
- सरकार ने IREDA के बॉन्ड्स को सेक्शन 54EC के तहत टैक्स-छूट (capital gains पर) देने की घोषणा की है। यह स्टेप green energy प्रोजेक्ट्स में निवेश को बढ़ावा देने का उद्देश्य रखती है
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📊 शेयर की प्रतिक्रिया
- Q1आंकड़ों के पहले, शेयरों में 3% की तेजी थी, जबकि मुनाफ़े की गिरावट के बाद sharp sell-off देखा गया; यह स्वाभाविक रूप से investor sentiment में गिरावट दर्शाता है
🔍 विश्लेषण और इनवेस्टमेंट परिप्रेक्ष्य
- मुनाफ़े में कमी के बावजूद मजबूत ब्याज आय इंगित करती है कि IREDA का मूल बिजनेस—renewable energy lending—अच्छी तरह टिका हुआ है।
- 54EC टैक्स-छूट से बॉन्ड निवेशकों को फायदा मिलेगा, जिससे कर्ज जुटाने की लागत में मदद हो सकती है।
- Capex या QIP प्लान्स की जानकारी नहीं मिली है, लेकिन कंपनी की growth story—Phase-wise ऋण विस्तार और Navratna आमद—सकारात्मक दिखाई देती हैं
✅ निष्कर्ष
IREDA की Q1 रिपोर्ट कुछ चिंताएं लेकर आई है—विशेषकर मुनाफ़े की कमी—लेकिन ब्याज आय की वृद्धि और टैक्स-छूट से रणनीतिक स्थिति स्वस्थ नजर आती है। निवेशकों को हाल के फाइनेंशियल रुझानों के साथ-साथ लंबी अवधि की growth story पर ध्यान रखना चाहिए।
Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के विचार हैं, न कि न्यूज़ जागरण के। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि वे कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से सलाह लें।
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