भारत की IT इंडस्ट्री, जिसमें TCS, Infosys, और Wipro जैसे दिग्गज शामिल हैं, अब केवल आउटसोर्सिंग या सर्विस डिलीवरी तक सीमित नहीं है। AI और Generative AI के दौर में ये कंपनियाँ खुद को AI-सक्षम टेक लीडर के रूप में स्थापित कर रही हैं। सवाल यह है कि ये कंपनियाँ कैसे बदलाव कर रही हैं और इसका प्रभाव नौकरियों, ग्राहकों और भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या होगा?
1. TCS – AI एजेंट्स और WisdomNext™

- TCS ने AI को रणनीतिक स्तर पर अपनाते हुए WisdomNext™ 2.0 प्लेटफ़ॉर्म लॉन्च किया है।
- Microsoft Azure और NVIDIA के साथ साझेदारी करके, TCS ने 150+ AI एजेंट्स डिप्लॉय किए हैं।
- हाल ही में Virgin Atlantic और Tryg Insurance के साथ मल्टी-मिलियन यूरो AI डील्स साइन की गईं।
- फोकस: सप्लाई चेन, कस्टमर एक्सपीरियंस और फाइनेंशियल सर्विसेज में AI इंटीग्रेशन।
2. Infosys – GenAI Projects और Topaz

- Infosys ने अब तक 460+ GenAI प्रोजेक्ट्स पूरे किए हैं।
- उसका Topaz AI प्लेटफ़ॉर्म AWS और Azure पर आधारित है और fraud detection, chatbots और automation में तेजी ला रहा है।
- Infosys ने हाल ही में Hubballi में AI, Cybersecurity और SpaceTech सेंटर खोला है, जिससे लोकल टैलेंट को अवसर मिल रहा है।
- कंपनी का फोकस AI-first strategy पर है—जहाँ हर डोमेन में AI एक लेयर की तरह काम करता है।
3. Wipro – Industry-Specific AI Platforms

- Wipro ने Agentforce (Salesforce Einstein आधारित) और TelcoAI360 (NVIDIA Isaac आधारित) लॉन्च किया।
- हेल्थकेयर, टेलीकॉम और फाइनेंस सेक्टर में ये प्लेटफ़ॉर्म automation + AI insights प्रदान कर रहे हैं।
- Wipro का खुद का cognitive प्लेटफ़ॉर्म HOLMES पहले से ही global clients में लोकप्रिय है।
- खासियत: इंडस्ट्री-फोकस्ड AI solutions।
4. Workforce Transformation & Skilling
- TCS ने 1 लाख+ और Infosys ने 2.7 लाख+ कर्मचारियों को AI/ML और GenAI में प्रशिक्षित किया है।
- कंपनियाँ AI ethics, explainable AI और GDPR/DPDP compliance पर विशेष ध्यान दे रही हैं।
- रिस्किलिंग का मुख्य उद्देश्य है—मौजूदा वर्कफोर्स को AI disruption में सक्षम बनाना।
5. Strategic Partnerships
- तीनों कंपनियाँ Microsoft, Google Cloud, AWS और NVIDIA जैसे दिग्गजों के साथ साझेदारी कर रही हैं।
- पार्टनरशिप का उद्देश्य है—AI इंफ्रास्ट्रक्चर, टूल्स और बड़े पैमाने पर प्रोजेक्ट्स का execution।
- भारत की IT कंपनियाँ अब सिर्फ क्लाइंट्स को सर्विस देने वाली नहीं, बल्कि IP (Intellectual Property) और AI platforms बनाने वाली कंपनियाँ बन रही हैं।
6. Hiring & Job Market Impact

- Infosys ने हाल ही में घोषणा की कि वह 20,000 नए फ्रेशर्स हायर करेगी, भले ही AI से ऑटोमेशन बढ़ रहा हो।
- TCS ने dedicated AI unit बनाई है और इसके लिए senior leadership नियुक्त की है।
- कुल मिलाकर AI नौकरियाँ खत्म नहीं कर रहा, बल्कि नए प्रकार की high-skill jobs पैदा कर रहा है।
निष्कर्ष

- TCS – AI agents और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म लीडर।
- Infosys – AI-first दृष्टिकोण और GenAI प्रोजेक्ट्स में अग्रणी।
- Wipro – Industry-focused AI platforms और cognitive solutions में निवेश।
भारतीय IT दिग्गज अब AI को केवल तकनीक नहीं, बल्कि भविष्य की प्रतिस्पर्धा और विकास की रीढ़ मान रहे हैं।
FAQs – How Indian IT Giants Are Adapting to AI
Q1. भारतीय IT कंपनियाँ AI में किस पर ज्यादा ध्यान दे रही हैं?
वे AI को व्यवसायिक प्रक्रियाओं और सेवाओं में इंटीग्रेट करने पर फोकस कर रही हैं।
Q2. कितने कर्मचारी AI में ट्रेन किए गए हैं?
TCS – 1 लाख+, Infosys – 2.7 लाख+, Wipro भी समान स्केल पर।
Q3. कौन-सी नई AI initiatives लॉन्च हुई हैं?
TCS WisdomNext™, Infosys Topaz, Wipro Agentforce & HOLMES।
Q4. क्या AI की वजह से IT सेक्टर में नौकरियाँ कम होंगी?
नहीं, बल्कि नई AI-सक्षम नौकरियाँ जैसे prompt engineers, AI ethicists, AI consultants आदि बढ़ेंगी।
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