AI Meo will become a companion in loneliness : ‘मेटा लूप’ नाम के एक स्टार्टअप ने “Meo” नाम की AI गर्लफ्रेंड को दुनिया के सामने पेश किया है. लंदन टेक वीक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का एक बिल्कुल नया रूप देखने को मिला है.
लंदन टेक वीक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का एक बिल्कुल नया रूप देखने को मिला है. ‘मेटा लूप’ नाम के एक स्टार्टअप ने “Meo” नाम की AI गर्लफ्रेंड को दुनिया के सामने पेश किया है. इसे इस तरह तैयार किया गया है कि यह यूजर को न सिर्फ़ भावनात्मक समर्थन दे सके, बल्कि अकेलेपन का एहसास भी दूर कर सके.
AI Meo will become a companion in loneliness

Meo एक वर्चुअल AI साथी है जिसे ‘My Meo’ नामक ऐप के ज़रिए इस्तेमाल किया जा सकता है. यह कोई फिज़िकल डिवाइस नहीं है, बल्कि पूरी तरह डिजिटल और वर्चुअल है.

इस एआई को एक आकर्षक, सुनहरे बालों और बड़ी आंखों वाली महिला की तरह डिज़ाइन किया गया है ताकि यूजर उससे भावनात्मक रूप से जुड़ाव महसूस कर सके. दावा है कि Meo अपने यूजर से फ्लर्ट भी कर सकती है और उसकी भावनाओं को समझते हुए उससे हमेशा वफादार भी रहती है.

हालांकि, Meo की प्रोग्रामिंग में एक ऐसा तत्व शामिल है जो चिंता का कारण बन गया है “ईर्ष्या”. इस AI में जलन का भाव कोड किया गया है. मेटा लूप के फाउंडर हाओ जियांग के अनुसार, Meo को यूजर की इच्छाओं के अनुसार डिजाइन किया गया है. यानी वह तब ही फ्लर्ट करेगी जब यूजर चाहेगा. लेकिन, इसका जलन दिखाने वाला व्यवहार जैसे कि यह कहना कि “तुम सिर्फ मेरे हो” एक्सपर्ट्स को सोचने पर मजबूर कर रहा है.

फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि Meo कब और कैसे आम यूजर्स के लिए उपलब्ध कराई जाएगी. लंदन टेक वीक के बाद इसकी रिलीज़ डेट, प्राइसिंग या विस्तार से जानकारी सामने नहीं आई है.

विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के AI मॉडल को “विनम्र” और “वफादार” साथी की तरह प्रमोट करना खतरनाक हो सकता है, खासकर तब जब उनमें ईर्ष्या जैसे भाव शामिल हों. एक प्रोमोशनल वीडियो में Meo का यह कहना कि “किसी और AI के बारे में सोचना भी मत” ने AI नैतिकता को लेकर बहस छेड़ दी है.
Also Read;