AI Credit Scoring 2026: जानें कैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लोन अप्रूवल का तरीका बदलेगा और पारंपरिक CIBIL स्कोर की जगह नया सिस्टम आएगा।
Contents
2026 तक भारत का बैंकिंग और फाइनेंस सेक्टर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से पूरी तरह बदलने वाला है। जहाँ अभी तक लोन अप्रूवल के लिए सिर्फ CIBIL Score और Credit History पर भरोसा किया जाता है, वहीं आने वाले समय में AI Credit Scoring एक स्मार्ट और एडवांस्ड तरीका साबित होगा।
📊 पारंपरिक क्रेडिट स्कोर की सीमाएँ

- सिर्फ पुराने लोन और क्रेडिट कार्ड हिस्ट्री पर आधारित।
- जिन लोगों का बैंकिंग इतिहास नहीं है, उनके लिए लोन पाना मुश्किल।
- फिक्स्ड पैरामीटर्स पर आधारित सिस्टम।
⚡ AI Credit Scoring कैसे काम करेगा?

- AI Algorithms – यूज़र के बैंकिंग ट्रांज़ैक्शन, खर्च करने की आदतें और इनकम पैटर्न का विश्लेषण करेंगे।
- Social & Digital Footprints – मोबाइल वॉलेट, UPI पेमेंट्स और ऑनलाइन शॉपिंग हिस्ट्री भी स्कोर में शामिल होगी।
- Real-Time Updates – यूज़र का स्कोर हर महीने की ट्रांज़ैक्शन हिस्ट्री के अनुसार अपडेट होगा।
- Bias-Free Approval – लोन अप्रूवल का निर्णय तेज़ और डेटा-ड्रिवन होगा।
Also Read;
Crowdfunding Platforms 2026 – छोटे निवेशकों के लिए नए अवसर
🏦 बैंकों और NBFCs के लिए फायदे

- तेज़ Loan Approval – मिनटों में लोन अप्रूवल संभव।
- Risk Management – डिफॉल्ट रिस्क को कम करना।
- Financial Inclusion – बिना क्रेडिट हिस्ट्री वाले लोग भी लोन पा सकेंगे।
👨💼 Borrowers के लिए फायदे

- सिर्फ CIBIL Score पर निर्भरता खत्म।
- ज्यादा पारदर्शिता और तेज़ प्रोसेसिंग।
- स्टूडेंट्स, फ्रीलांसर्स और डिजिटल ट्रांज़ैक्शन करने वाले लोगों को आसानी से लोन मिलेगा।
✅ निष्कर्ष
2026 में AI Credit Scoring लोन अप्रूवल का नया और स्मार्ट तरीका बनेगा। यह सिस्टम न केवल बैंकों को सुरक्षित बनाएगा बल्कि आम लोगों को भी बेहतर फाइनेंशियल एक्सेस देगा।
Also Read;