जानिए कैसे Blockchain तकनीक राशन कार्ड और PDS सिस्टम को पारदर्शी और सुरक्षित बना सकती है। चोरी, डुप्लीकेट कार्ड और धोखाधड़ी पर लगेगी रोक, और गरीब परिवारों तक सही समय पर अनाज पहुँचेगा।
भारत का Public Distribution System (PDS) दुनिया के सबसे बड़े फूड सप्लाई नेटवर्क में से एक है। इसका मकसद है कि गरीब और जरूरतमंद परिवारों को सस्ती दर पर अनाज और जरूरी वस्तुएँ उपलब्ध कराई जाएं। लेकिन इस सिस्टम में चोरी, फर्जीवाड़ा, डुप्लीकेट राशन कार्ड और बिचौलियों की भूमिका जैसी गंभीर समस्याएँ लंबे समय से बनी हुई हैं।
इन समस्याओं का समाधान Blockchain Technology से किया जा सकता है, जो PDS को ज्यादा पारदर्शी, सुरक्षित और विश्वसनीय बना देगा।

1. चोरी और डुप्लीकेट कार्ड पर रोक
- Blockchain पर हर लाभार्थी का यूनिक डिजिटल रिकॉर्ड होगा।
- एक ही व्यक्ति के नाम पर दो राशन कार्ड बनाना असंभव हो जाएगा।
- इससे फर्जी राशन कार्ड और डुप्लीकेट एंट्री खत्म हो जाएँगी।
2. पारदर्शी सप्लाई चेन
- सरकार से लेकर राशन दुकान तक अनाज की हर खेप का रिकॉर्ड Blockchain पर दर्ज होगा।
- अनाज की चोरी और गड़बड़ी पकड़ना आसान होगा।
- जनता भी मोबाइल एप्लिकेशन या पोर्टल से ट्रैक कर सकेगी कि अनाज कहां से आया और किसे मिला।
3. डायरेक्ट बेनिफिट और स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स
- Blockchain आधारित स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स से राशन सीधे लाभार्थियों तक पहुँच सकेगा।
- किसी भी बिचौलिए की भूमिका कम हो जाएगी।
- सब्सिडी और लाभ का हिसाब-किताब ऑटोमेटिक और पारदर्शी होगा।
4. रियल-टाइम मॉनिटरिंग
- सरकार को तुरंत जानकारी मिलेगी कि कितने परिवारों ने राशन लिया और कितनी मात्रा में वितरण हुआ।
- इससे स्टॉक मैनेजमेंट बेहतर होगा और राशन दुकानदारों द्वारा की जाने वाली गड़बड़ियाँ कम होंगी।
5. नागरिकों का विश्वास बढ़ेगा
- Blockchain डेटा tamper-proof होता है यानी कोई भी उसमें बदलाव नहीं कर सकता।
- इससे लोगों का भरोसा बढ़ेगा कि उन्हें सरकार द्वारा दिया गया लाभ बिना चोरी-धोखाधड़ी के मिलेगा।
निष्कर्ष

Blockchain Technology PDS और राशन कार्ड सिस्टम को एक स्मार्ट और पारदर्शी नेटवर्क में बदल सकती है। इससे न केवल चोरी और धोखाधड़ी पर रोक लगेगी, बल्कि करोड़ों गरीब परिवारों तक सही समय पर अनाज और सुविधा पहुँचेगी।
❓ FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1: PDS सिस्टम में सबसे बड़ी समस्या क्या है?
A1: PDS सिस्टम में सबसे बड़ी समस्याएँ हैं – फर्जी राशन कार्ड, अनाज की चोरी, बिचौलियों की भूमिका और पारदर्शिता की कमी।
Q2: Blockchain PDS सिस्टम को कैसे बेहतर बना सकता है?
A2: Blockchain से हर ट्रांज़ैक्शन का tamper-proof रिकॉर्ड बनेगा। इससे अनाज की चोरी, डुप्लीकेट कार्ड और धोखाधड़ी पर रोक लगेगी।
Q3: क्या Blockchain से राशन कार्ड फर्जीवाड़ा खत्म हो जाएगा?
A3: हाँ, हर लाभार्थी का यूनिक डिजिटल रिकॉर्ड होगा, जिससे एक व्यक्ति के नाम पर दो राशन कार्ड बनाना असंभव हो जाएगा।
Q4: नागरिकों को इसका क्या फायदा होगा?
A4: नागरिकों को सही समय पर पूरा राशन मिलेगा, गड़बड़ी और चोरी पर रोक लगेगी और सरकार की योजनाओं पर भरोसा बढ़ेगा।
Q5: सरकार को क्या लाभ होगा?
A5: सरकार रियल-टाइम में स्टॉक और वितरण की निगरानी कर सकेगी, जिससे लीकेज और करप्शन कम होगा।
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