आज के तेज़-तर्रार और डिजिटल वर्क कल्चर में कर्मचारियों का मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) उतना ही महत्वपूर्ण हो गया है जितना कि उनका शारीरिक स्वास्थ्य। भारत में कई सरकारी और कॉर्पोरेट पहल कर्मचारियों की भलाई बढ़ाने, तनाव कम करने और कार्यस्थल पर सकारात्मक वातावरण बनाने के लिए उठाई जा रही हैं।
🧠 कार्यस्थल मानसिक स्वास्थ्य के लाभ

- तनाव और चिंता में कमी
- मानसिक स्वास्थ्य प्रोग्राम्स कर्मचारियों को स्ट्रेस मैनेजमेंट और रिलैक्सेशन तकनीक सिखाते हैं।
- उत्पादकता और कर्मचारी संतुष्टि
- मानसिक रूप से स्वस्थ कर्मचारी अधिक ध्यान केंद्रित और उत्पादक होते हैं।
- सकारात्मक कार्यस्थल संस्कृति
- मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने से सहयोग, समझ और समर्थन की भावना मजबूत होती है।
📌 प्रमुख कार्यक्रम और संसाधन
1. कर्मचारी सहायता कार्यक्रम (EAPs)

EAPs कर्मचारियों को गोपनीय परामर्श और मानसिक स्वास्थ्य समर्थन प्रदान करते हैं।
- Silver Oak Health – कॉर्पोरेट क्लाइंट्स के लिए काउंसलिंग।
- PrimeEAP – थेरेपी, मूल्यांकन और कार्यशालाएँ।
- Manastha – स्ट्रेस मैनेजमेंट और लचीलापन विकास।
- TalktoAngel – कॉर्पोरेट वेलनेस और काउंसलिंग।
- Tulasi Healthcare – मानसिक स्वास्थ्य और विकास पर ध्यान।
2. सरकारी पहल: Tele MANAS

- भारत सरकार ने Tele MANAS हेल्पलाइन लॉन्च की, जो मानसिक स्वास्थ्य पर 24/7 सहायता देती है।
- 53 राज्य स्तरीय केंद्र और 23 मेंटोरिंग संस्थान सक्रिय हैं।
- फरवरी 2025 तक 1.81 मिलियन से अधिक कॉल्स हैंडल की गई हैं।
3. कॉर्पोरेट मानसिक स्वास्थ्य पहल

- Infosys – लंबे समय तक काम करने वाले कर्मचारियों को वर्क-लाइफ़ बैलेंस की चेतावनी।
- Khaitan & Co. – EAP के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य समर्थन।
- CISF & MPower – Project Mann: मानसिक स्वास्थ्य समर्थन और काउंसलिंग।
4. मानसिक स्वास्थ्य के प्रति बदलती दृष्टि

- Gen Z और महिला कर्मचारियों में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ रही है।
- कंपनियाँ इसे कर्मचारी लाभ और संगठनात्मक सफलता का अहम हिस्सा मान रही हैं।
🔄 कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य प्रोग्राम्स के फायदे
- तनाव और चिंता में कमी
- बेहतर कार्य प्रदर्शन और फोकस
- सकारात्मक कार्यस्थल संस्कृति और सहयोग
- कर्मचारियों की भलाई और संतुष्टि
📌 निष्कर्ष

भारत में कार्यस्थल मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए EAPs, सरकारी हेल्पलाइन और कॉर्पोरेट प्रोग्राम्स जैसी पहल प्रभावी साबित हो रही हैं। ये प्रोग्राम न केवल कर्मचारियों की भलाई में सुधार लाते हैं बल्कि संगठन की उत्पादकता और सकारात्मक संस्कृति को भी बढ़ावा देते हैं।
❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
1. कार्यस्थल मानसिक स्वास्थ्य क्यों महत्वपूर्ण है?
कर्मचारी का मानसिक स्वास्थ्य उनके तनाव, उत्पादकता और कार्यस्थल संस्कृति को प्रभावित करता है। मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने से कर्मचारी अधिक संतुलित और खुशहाल रहते हैं।
2. भारत में प्रमुख कार्यस्थल मानसिक स्वास्थ्य प्रोग्राम कौन-कौन से हैं?
- Employee Assistance Programs (EAPs) जैसे Silver Oak Health, PrimeEAP, Manastha, TalktoAngel, Tulasi Healthcare
- सरकारी पहल: Tele MANAS हेल्पलाइन
- कॉर्पोरेट पहल: Infosys, Khaitan & Co., CISF Project Mann
3. EAPs (Employee Assistance Programs) क्या हैं?
EAPs कर्मचारी को गोपनीय परामर्श, मानसिक स्वास्थ्य सपोर्ट, स्ट्रेस मैनेजमेंट और कार्यशालाएँ प्रदान करने वाले प्रोग्राम्स हैं।
4. Tele MANAS हेल्पलाइन क्या है?
भारत सरकार की 24/7 मानसिक स्वास्थ्य सहायता हेल्पलाइन, जो राज्य स्तरीय केंद्रों और मेंटोरिंग संस्थानों के माध्यम से सेवा देती है।
5. कॉर्पोरेट कंपनियाँ मानसिक स्वास्थ्य को कैसे बढ़ावा दे रही हैं?
- लंबे समय तक काम करने वाले कर्मचारियों के लिए चेतावनी और वर्क-लाइफ़ बैलेंस
- EAP के माध्यम से काउंसलिंग और मानसिक स्वास्थ्य सत्र
- Project Mann जैसे विशेष कार्यक्रम
6. कार्यस्थल मानसिक स्वास्थ्य प्रोग्राम्स से कर्मचारियों को क्या लाभ मिलता है?
- तनाव और चिंता में कमी
- बेहतर फोकस और उत्पादकता
- सकारात्मक कार्यस्थल संस्कृति
- कर्मचारी संतुष्टि और भलाई
7. क्या सभी कर्मचारी इन प्रोग्राम्स का लाभ ले सकते हैं?
हाँ, ये प्रोग्राम सभी उम्र और स्तर के कर्मचारियों के लिए उपलब्ध हैं।
8. डिजिटल टूल्स और ऐप्स का कार्यस्थल में क्या योगदान है?
Headspace, Calm, Moodfit जैसी ऐप्स स्ट्रेस मैनेजमेंट, मेडिटेशन और मूड ट्रैकिंग के जरिए कर्मचारियों की मानसिक भलाई बढ़ाने में मदद करती हैं।
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