दही हांडी महोत्सव 2025 में मुंबई और महाराष्ट्र के गोविंदा पथकों ने दिखाई अपनी प्रतिभा। 10-स्तरीय मानव मीनार, प्रो गोविंदा लीग और उत्सव से जुड़ी सुरक्षा घटनाओं की पूरी जानकारी।
दही हांडी महोत्सव 2025 ने मुंबई और महाराष्ट्र में उत्साह और जोश के साथ-साथ कुछ दुखद घटनाओं को भी जन्म दिया। यह उत्सव श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दूसरे दिन, 17 अगस्त 2025 को मनाया गया।
🏆 ऐतिहासिक उपलब्धियाँ और जोश
- 10-स्तरीय मानव मीनार: मुंबई के जोगेश्वरी स्थित कोकण नगर गोविंदा पथक ने ठाणे में आयोजित संस्कृती दही हांडी महोत्सव में 10-स्तरीय मानव मीनार बनाकर नया रिकॉर्ड स्थापित किया। यह इस वर्ष की पहली 10-स्तरीय मीनार थी ।
- प्रो गोविंदा लीग: इस वर्ष का प्रो गोविंदा लीग (PGL) 7 से 9 अगस्त तक मुंबई के SVP डोम, वर्ली में आयोजित किया गया। इसमें 16 टीमों ने भाग लिया और कुल ₹1.5 करोड़ के पुरस्कार राशि के लिए प्रतिस्पर्धा की। इस लीग में सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए खिलाड़ियों को प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिला ।
🚨 दुखद घटनाएँ और सुरक्षा उपाय

- मृत्यु और चोटें: मुंबई और ठाणे में दही हांडी उत्सव के दौरान दो लोगों की मृत्यु हुई और 300 से अधिक लोग घायल हुए। इनमें से एक 14 वर्षीय लड़का और एक 32 वर्षीय व्यक्ति शामिल थे। दोनों की मृत्यु मानव मीनार बनाने के प्रयास के दौरान हुई ।
- पुलिस की सख्ती: मुंबई पुलिस ने गोविंदा पथकों को सुरक्षा नियमों का पालन करने की चेतावनी दी और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की बात कही ।
📍 प्रमुख आयोजन स्थल
- मुंबई: अंधेरी, कांदिवली, वर्ली, घाटकोपर, मलाड और मंझगांव जैसे क्षेत्रों में बड़े दही हांडी आयोजन हुए।
- ठाणे: यहां ठाणे नगर निगम द्वारा आयोजित संस्कृती दही हांडी महोत्सव में कई प्रमुख गोविंदा पथकों ने भाग लिया ।
📰 समाचार अपडेट

- मुंबई में बारिश का असर: 20 अगस्त को मुंबई में भारी बारिश के कारण ट्रेनों की सेवाएं प्रभावित हुईं और कई स्थानों पर जलभराव हुआ। इस दौरान दही हांडी उत्सवों पर भी असर पड़ा ।
- पुलिस कांस्टेबल पर हमला: दही हांडी उत्सव के दौरान दहिसर ईस्ट में एक ऑटो रिक्शा चालक ने पुलिस कांस्टेबल पर हमला किया। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है ।
दही हांडी महोत्सव 2025 ने जहां उत्साह और जोश का प्रदर्शन किया, वहीं सुरक्षा और जिम्मेदारी की आवश्यकता को भी उजागर किया।
Also Read;
शारदीय नवरात्रि 2025 – व्रत नियम और कलश स्थापना की पूरी जानकारी

