दीवाली 2025 के लिए भारत में ग्रीन पटाखों के उपयोग और संबंधित नियमों के बारे में नवीनतम जानकारी प्राप्त करें। विभिन्न राज्यों में लागू प्रतिबंध, समय-सीमा और पर्यावरणीय प्रभाव पर विस्तृत विवरण।
🪔 दीवाली 2025: ग्रीन पटाखे और नए नियम
दीवाली 2025 के अवसर पर, भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारों ने पर्यावरणीय सुरक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए ग्रीन पटाखों के उपयोग पर नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
🌿 ग्रीन पटाखे: पर्यावरण के अनुकूल विकल्प
ग्रीन पटाखे, जिन्हें ‘कम प्रदूषणकारी’ पटाखे भी कहा जाता है, पारंपरिक पटाखों की तुलना में कम ध्वनि और कम प्रदूषण उत्पन्न करते हैं। इनका उद्देश्य दीवाली के दौरान उत्सव का आनंद लेते हुए पर्यावरणीय प्रभाव को न्यूनतम करना है।
📌 राज्यवार ग्रीन पटाखों के नियम
1. दिल्ली
- दिल्ली सरकार ने 19 दिसंबर 2024 को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCT) में सभी प्रकार के पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर स्थायी प्रतिबंध लागू किया है।
2. गुरुग्राम (हरियाणा)
- गुरुग्राम में दीवाली की रात (31 अक्टूबर 2024) को 8:00 बजे से 10:00 बजे तक केवल ग्रीन पटाखों के जलाने की अनुमति दी गई है।
3. पंजाब
- पंजाब में भी दीवाली की रात (31 अक्टूबर 2024) को 8:00 बजे से 10:00 बजे तक ग्रीन पटाखों के जलाने की अनुमति है।
4. केरल
- केरल सरकार ने भी 31 अक्टूबर 2024 को रात 8:00 बजे से 10:00 बजे तक ग्रीन पटाखों के उपयोग की अनुमति दी है।
⚠️ ग्रीन पटाखे जलाने के नियम
- समय-सीमा: राज्यवार निर्धारित समय के भीतर ही ग्रीन पटाखे जलाने की अनुमति है।
- स्थल-निर्धारण: शांत क्षेत्र (जैसे अस्पताल, स्कूल, न्यायालय) के 100 मीटर के दायरे में पटाखे जलाना प्रतिबंधित है।
- विवाह समारोह: विवाह समारोहों में भी केवल ग्रीन पटाखों के उपयोग की अनुमति है।
🌟 दीवाली 2025 के लिए सुझाव

- ग्रीन पटाखों का चयन: दीवाली के दौरान पर्यावरणीय सुरक्षा के लिए केवल ग्रीन पटाखों का चयन करें।
- समय का पालन: राज्यवार निर्धारित समय के भीतर ही पटाखे जलाएं।
- स्वास्थ्य का ध्यान: बच्चों, बुजुर्गों और पालतू जानवरों की सुरक्षा के लिए पटाखों से होने वाले ध्वनि और वायु प्रदूषण से बचें।
दीवाली 2025 को सुरक्षित, स्वस्थ और पर्यावरणीय दृष्टि से जिम्मेदार तरीके से मनाएं। हमारे द्वारा साझा की गई जानकारी से आपको ग्रीन पटाखों और संबंधित नियमों के बारे में स्पष्टता मिली होगी।
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