प्रॉपर्टी डेवलपर Central Park ने 2027 तक अपनी रियल एस्टेट शाखा को पब्लिक लिस्ट करने की योजना बनाई है। इसके लिए कंपनी ने पेशेवर सेवा फर्म और मर्चेंट बैंकर की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कंपनी का उद्देश्य आईपीओ के माध्यम से पूंजी जुटाना नहीं, बल्कि अगली पीढ़ी को जिम्मेदारी सौंपना है। कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, अमरजीत बख्शी के अनुसार, “हम आईपीओ के रास्ते पर इसलिए नहीं जा रहे हैं कि पैसे जुटाएं, बल्कि इसे अगली पीढ़ी को सौंपने के लिए।”
📈 विकास की दिशा: ₹11,000 करोड़ की पाइपलाइन
Central Park के पास ₹11,000 करोड़ की लॉन्च पाइपलाइन है, जिसमें गुड़गांव में प्रमुख प्रोजेक्ट्स और राजस्थान एवं गोवा में भूमि अधिग्रहण शामिल हैं। FY25 में कंपनी की प्री-सेल्स ₹1,600 करोड़ तक पहुंच गई, जो FY24 में ₹250 करोड़ थी।
🏨 हॉस्पिटैलिटी आईपीओ: 3-4 वर्षों में
कंपनी की योजना है कि वह अपनी हॉस्पिटैलिटी शाखा को 3-4 वर्षों में पब्लिक लिस्ट करे। इससे कंपनी की विविधता और निवेशकों के लिए अवसर बढ़ेंगे।
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🏢 गुड़गांव: रियल एस्टेट का नया हब
गुड़गांव को अब रियल एस्टेट का नया हब माना जा रहा है। यहां पर कई प्रमुख प्रोजेक्ट्स और निवेश हो रहे हैं, जो क्षेत्र की विकास क्षमता को दर्शाते हैं।
💡 निष्कर्ष

Central Park का आईपीओ न केवल कंपनी के लिए, बल्कि निवेशकों के लिए भी एक सुनहरा अवसर है। कंपनी की मजबूत विकास योजनाएं और विविधता इसे एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाती हैं।
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