राजस्थान मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट ने घोषणा की है कि Rajasthan Institute of Medical Sciences (RIMS) के लिए भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह से फिर से आयोजित किया जाएगा। केवल योग्य उम्मीदवारों को ही मेडिकल फैकल्टी के रूप में नियुक्त किया जाएगा, जबकि RUHS के वर्तमान फैकल्टी को स्वतः RIMS में शामिल नहीं किया जाएगा
Contents
मुख्य बिंदु:
- फ्रेश भर्ती प्रक्रिया: केवल चयनित पात्र उम्मीदवार ही RIMS में भर्ती होंगे; मौजूदा RUHS फैकल्टी को स्वचालित रूप से स्थानांतरित नहीं किया जाएगा
- प्राइवेट प्रैक्टिस पर पूर्ण प्रतिबंध: RIMS में नियुक्त फैकल्टी को प्राइवेट प्रैक्टिस की अनुमति नहीं होगी। इसके बदले उन्हें Non-Practice Allowance (NPA) प्रदान किया जाएगा, यह मॉडल AIIMS दिल्ली की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है।
- AIIMS दिल्ली के सहयोग से विकास: RIMS का विकास RUHS मेडिकल कॉलेज और अस्पताल को अपग्रेड कर किया जाएगा, जिसमें संस्थागत संरचना और कार्यप्रणाली पर AIIMS दिल्ली सहयोग देगा, जैसा कि एक MoU के माध्यम से प्रस्तावित है
- RUHS फैकल्टी की चिंताएँ: वर्तमान RUHS फैकल्टी इस निर्णय से चिंतित हैं और यह मांग कर रहे हैं कि उन्हें भी RIMS में शामिल किया जाए, जैसा अन्य संस्थानों के अपग्रेडेशन (जैसे IIM से IIT) में आम तौर पर किया जाता है
ब्लॉग का सारांश

- विषय: RIMS भर्ती 2025 – नई भर्ती प्रक्रिया के तहत केवल योग्य उम्मीदवार दायित्व के अधिकारी बनेंगे।
- अहम बिंदु:
- मौजूदा फैकल्टी को स्वतः स्थानांतरण नहीं।
- प्राइवेट प्रैक्टिस निषिद्ध, बदले में NPA मिलेगा।
- AIIMS दिल्ली का सहयोग, MoU के आधार पर।
- RUHS में कार्यरत फैकल्टी की असहजता और मौजूदा प्रणाली में पारदर्शिता की मांग।
Also Read;
RPSC SI भर्ती 2025: आज से शुरू हुई पंजीकरण प्रक्रिया — 1,015 उप निरीक्षक (Sub-Inspector) पदों के लिए