प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना 2025 के तहत पहली बार गर्भवती महिलाओं को ₹5,000 की आर्थिक सहायता मिलती है। जानें पात्रता, लाभ, आवश्यक दस्तावेज़ और आवेदन की पूरी प्रक्रिया।
Contents
🔹 योजना का उद्देश्य
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान कर उनके स्वास्थ्य और पोषण स्तर को बेहतर बनाना है।
🔹 मुख्य लाभ
- पहली बार गर्भवती होने पर ₹5,000 की सहायता।
- यह राशि तीन किस्तों में लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाती है।
- महिला को कार्य से विराम (Maternity Benefit) लेने का भी प्रोत्साहन।
🔹 किस्तों का वितरण
किस्त | राशि | शर्तें |
---|---|---|
पहली किस्त | ₹1,000 | गर्भधारण के पंजीकरण के बाद |
दूसरी किस्त | ₹2,000 | गर्भावस्था की 6 माह की जाँच पूरी होने के बाद |
तीसरी किस्त | ₹2,000 | बच्चे के जन्म का पंजीकरण और टीकाकरण शुरू होने के बाद |
🔹 पात्रता (Eligibility)
- लाभार्थी महिला भारत की नागरिक होनी चाहिए।
- गर्भावस्था पहली बार होनी चाहिए।
- महिला की आयु 19 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
- लाभार्थी को किसी अन्य केंद्र/राज्य सरकार की Maternity Benefit स्कीम का लाभ न मिल रहा हो।
🔹 आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक की कॉपी
- MCP कार्ड (Mother and Child Protection Card)
- पहचान पत्र
- गर्भावस्था पंजीकरण प्रमाण पत्र
🔹 कैसे करें आवेदन
- ऑफ़लाइन आवेदन:
अपने निकटतम आंगनवाड़ी केंद्र या स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें और फॉर्म भरें। - ऑनलाइन आवेदन:
👉 pmmvy-cas.nic.in पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
लॉगिन के लिए आधार आधारित OTP प्रमाणीकरण आवश्यक है।
🔹 2025 में नवीनतम अपडेट

- डिजिटल भुगतान में तेजी: अब सभी राज्यों में भुगतान DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से सीधे खाते में हो रहा है।
- Mobile App की योजना: सरकार “PMMVY मोबाइल ऐप” लॉन्च करने की तैयारी कर रही है ताकि महिलाएं आवेदन स्थिति ट्रैक कर सकें।
- ग्रामीण क्षेत्रों पर जोर: 2025 में योजना का जोर टीयर-2 और टीयर-3 शहरों में जागरूकता फैलाने पर है।
📊 योजना का प्रभाव
- अब तक (2025 तक) 1.8 करोड़+ महिलाओं को इस योजना से लाभ मिला है।
- कुपोषण की दर में 4.2% की कमी दर्ज की गई।
- शिशु मृत्यु दर में सुधार देखा गया है।
Also Read;
RBSK अपडेट 2025: स्क्रीनिंग, मोबाइल एप एवं गंभीर हृदयरोग के उपचार में नई पहल